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Raid on Gwalior Clinic खुद को स्त्री रोग विशेषज्ञ बताकर महिला कराती थी अवैध अबॉर्शन, छापेमारी में गर्भपात के उपकरण और दवाइयां बरामद - Gwalior crime news

ग्वालियर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में पुलिस को क्लीनिक में अवैध गर्भपात कराने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने स्वास्थ विभाग के साथ उस स्थान पर छापामार कार्रवाई की. जहां से गर्भपात में काम आने वाले उपकरण और दवाइयां मिली. जांच में पता चला है कि कथित महिला डॉक्टर गर्भपात करने के 15 हजार रुपए चार्ज करती थी. Raid on Gwalior Clinic

Raid on Gwalior Clinic
पुलिस और स्वास्थ विभाग ने क्लीनिक पर मारा छापा
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Published : Aug 11, 2022, 10:46 AM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दिव्यांशी क्लीनिक पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की. एक समाजसेवी महिला की शिकायत पर जिला प्रशासन की पीसी एंड पीएनडीटी टीम ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस बल की मदद के साथ यहां छापा मारा. कथित तौर पर खुद को स्त्री रोग विशेषज्ञ बताकर गर्भपात करने वाली डॉक्टर माला भटनागर को हिरासत में लिया है. (Gwalior Illegal Abortions in Clinic) (Gwalior police Raided Clinic)

पुलिस और स्वास्थ विभाग ने क्लीनिक पर मारा छापा

महिला को भेजा गर्भपात कराने: घटना शहर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के पिंटो पार्क इलाके की है. पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिव्यांशी क्लीनिक पर अवैध तरीके से गर्भपात कराए जा रहे हैं. जिसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने योजना के अनुसार एक महिला को कराने के लिए दिव्यांशी क्लीनिक पर भेजा. यहां मौजूद महिला डॉक्टर माला भटनागर ने तुरंत ही हामी भर दी और उसने कहा कि वह उसे झांसी भेज कर सुरक्षित गर्भपात करवा देगी. एडवांस के तौर पर उसने कुछ पैसे भी ले लिए. (Raid on Gwalior Clinic)

गर्भपात करने के उपकरण और दवाइयां बरामद: इसके बाद जिला प्रशासन की पीसी एंड पीएनडीटी, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने क्लीनिक पर दबिश दी. जहां से गर्भपात में काम आने वाले उपकरण और दवाइयां बरामद की. बताया जा रहा है कि डॉक्टर माला भटनागर के पास कोई भी वैध डिग्री नहीं है. अवैध तरीके से क्लीनिक चला रही थी. पुलिस ने महिला चिकित्सक के खिलाफ पीसी एंड पीएनडीटी की धाराओं में मामला दर्ज किया है. इसके अलावा धोखाधड़ी की धाराओं में भी प्रकरण दर्ज करेगी.

ग्वालियर के अस्पताल में हो रहा था यह अवैध काम, स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई से उड़े होश

हालत बिगड़ने पर मरीजों को भेज देते थे सरकारी अस्पताल: समाजसेवी महिला मीना शर्मा के मुताबित ''डॉक्टर माला भटनागर गर्भपात करने के 15 हजार रुपए लेती थी''. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला से पूर्व में किए गए इस तरह के कार्यों की डिटेल हासिल कर रही है. यह भी पता चला है कि उपयुक्त डिग्री नहीं होने के बाद भी महिला डॉक्टर माला भटनागर और दिनेश भटनागर अन्य पैथियों से भी वहां आने वाले मरीजों का इलाज करते थे. ज्यादा हालत बिगड़ने पर मरीजों को वे सरकारी अस्पताल रेफर कर देते थे.

''आरोपी महिला डॉक्टर को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. उसके साथ इस अवैध कार्य में संलिप्त लोगों की डिटेल भी मांगी जा रही है''. मृगाखी डेका, एडिशनल एसपी

(Gwalior Illegal Abortions in Clinic) (Gwalior Police Raided Clinic) (Gwalior Health Department Raided Clinic)

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दिव्यांशी क्लीनिक पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की. एक समाजसेवी महिला की शिकायत पर जिला प्रशासन की पीसी एंड पीएनडीटी टीम ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस बल की मदद के साथ यहां छापा मारा. कथित तौर पर खुद को स्त्री रोग विशेषज्ञ बताकर गर्भपात करने वाली डॉक्टर माला भटनागर को हिरासत में लिया है. (Gwalior Illegal Abortions in Clinic) (Gwalior police Raided Clinic)

पुलिस और स्वास्थ विभाग ने क्लीनिक पर मारा छापा

महिला को भेजा गर्भपात कराने: घटना शहर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के पिंटो पार्क इलाके की है. पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिव्यांशी क्लीनिक पर अवैध तरीके से गर्भपात कराए जा रहे हैं. जिसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने योजना के अनुसार एक महिला को कराने के लिए दिव्यांशी क्लीनिक पर भेजा. यहां मौजूद महिला डॉक्टर माला भटनागर ने तुरंत ही हामी भर दी और उसने कहा कि वह उसे झांसी भेज कर सुरक्षित गर्भपात करवा देगी. एडवांस के तौर पर उसने कुछ पैसे भी ले लिए. (Raid on Gwalior Clinic)

गर्भपात करने के उपकरण और दवाइयां बरामद: इसके बाद जिला प्रशासन की पीसी एंड पीएनडीटी, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने क्लीनिक पर दबिश दी. जहां से गर्भपात में काम आने वाले उपकरण और दवाइयां बरामद की. बताया जा रहा है कि डॉक्टर माला भटनागर के पास कोई भी वैध डिग्री नहीं है. अवैध तरीके से क्लीनिक चला रही थी. पुलिस ने महिला चिकित्सक के खिलाफ पीसी एंड पीएनडीटी की धाराओं में मामला दर्ज किया है. इसके अलावा धोखाधड़ी की धाराओं में भी प्रकरण दर्ज करेगी.

ग्वालियर के अस्पताल में हो रहा था यह अवैध काम, स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई से उड़े होश

हालत बिगड़ने पर मरीजों को भेज देते थे सरकारी अस्पताल: समाजसेवी महिला मीना शर्मा के मुताबित ''डॉक्टर माला भटनागर गर्भपात करने के 15 हजार रुपए लेती थी''. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला से पूर्व में किए गए इस तरह के कार्यों की डिटेल हासिल कर रही है. यह भी पता चला है कि उपयुक्त डिग्री नहीं होने के बाद भी महिला डॉक्टर माला भटनागर और दिनेश भटनागर अन्य पैथियों से भी वहां आने वाले मरीजों का इलाज करते थे. ज्यादा हालत बिगड़ने पर मरीजों को वे सरकारी अस्पताल रेफर कर देते थे.

''आरोपी महिला डॉक्टर को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. उसके साथ इस अवैध कार्य में संलिप्त लोगों की डिटेल भी मांगी जा रही है''. मृगाखी डेका, एडिशनल एसपी

(Gwalior Illegal Abortions in Clinic) (Gwalior Police Raided Clinic) (Gwalior Health Department Raided Clinic)

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