ग्वालियर: दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन का असर अब ग्वालियर चंबल अंचल में साफ तौर पर दिखाई देने लगा है. यहां कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले शहर के फूलबाग चौराहे पर सैकड़ों किसानों ने चक्का जाम किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सीटू नेताओं का कहना है कि जब तक काला कानून वापस नहीं हो जाता तब तक इसी प्रकार देशव्यापी प्रदर्शन होते रहेंगे.
दरअसल, आज फूलबाग चौराहे पर कम्युनिस्ट पार्टी के साथ किसान कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे जहां, उन्होंने फूलबाग चौराहे के मेन रोड पर चक्का जाम कर दिया. किसानों किसानों का प्रदर्शन होते देख पुलिस की हरकत में आ गई और वहां पहुंच कर जाम खुलवाने की कोशिश की गई. लेकिन उन्होंने पुलिस की एक न मानी और बीच रोड पर जाम लगाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इनका कहना है कि जब तक केंद्र सरकार इस काले कानून कृषि बिल्कुल वापस नहीं लेगी तब तक ऐसे ही प्रदर्शन होते रहेंगे.
जिले से कल भी हजारों की संख्या में किसान दिल्ली आंदोलन में शामिल हुए
कल भी ग्वालियर जिले से एक हजार की संख्या में किसान दिल्ली में आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं और यह साथ में छह महीने का राशन पानी भी ले रहे हैं. इंसानों में सबसे ज्यादा डबरा भितरवार और चीन और क्षेत्र के किसान शामिल है यह ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से कल शाम 6 बजे ग्वालियर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे.