ग्वालियर। मध्य प्रदेश की सियासत में सबसे अहम बन चुके ग्वालियर चंबल अंचल के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी दंगल शुरू हो चुका है. यही वजह है कि सिंधिया के प्रभाव वाले इस इलाके की विधानसभा सीटों पर कांग्रेस कब्जा जमाने और ज्योतिरादित्य सिंधिया को घर में ही घेरने की रणनीति पर काम कर रही. इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है दिग्विजय सिंह को. जो खुद की भी अंचल में 2018 के नतीजों को दोहराने के लिए लगातार दौरे कर कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में अंचल के कांग्रेस नेताओं से बात कर एक बड़ी रणनीति तैयार की है.
4 घंटे तक हुआ मंथन: कांग्रेस का यह संभागस्तरीय मंथन सुबह 10: बजे से शुरू हुई और करीब साढ़े 4 घंटे चली. जिसमें पार्टी में गुटबाजी से लेकर जनता के मुद्दों को प्रदेश में किस तरह से उठाया जाए और नए मुद्दे कैसे तैयार किए जाएं उस पर भी रणनीति बनी है. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मुझे ग्वालियर चंबल संभाग की जिम्मेदारी दी है.उसी के तहत हम अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं. उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए मुकदमों का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि 100 मुकदमे अकेले दतिया जिले में दर्ज हुए हैं. इसके अलावा उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी जिनपर पार्टी सिंधिया को घेरेगी.
- दिग्विजय के लिए बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी दूसरे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हिंदू मुस्लिम करती है.
- प्रदेश की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है. मध्यप्रदेश कर्ज में डूब गया है. हमारी सरकार थी 20 हजार करोड रुपए का कर्ज था जो अब 3:30 लाख करोड़ है.
- दिग्विजय सिंह ने बताया कि ग्वालियर चंबल अंचल के साथ-साथ पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस का घर-घर चलो अभियान और जनसंपर्क अभियान चलाएगी.
- इन अभियानों में हमारी पार्टी के सभी सीनियर नेता और विधायक शामिल होंगे.जनसंपर्क अभियान के तहत घर जाकर लोगों को शिवराज सरकार की जनविरोधी नीतियों के बारे में बताया जाएगा.
- इसके अलावा महंगाई, आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार, बढ़ती बेरोजगारी, बिजली संकट जैसे मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे.
पैसे के दम पर बिके, सिंधिया से ऐसी उम्मीद नहीं थी: पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर पलटवार करते हुए कहा कि 2018 में हमारी सरकार बनी, लेकिन पैसे के दम पर बीजेपी ने सबको खरीदा लिया. सिंधिया जी से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वे ऐसे बिक जायेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराया नहीं जा सकता यह कहना उचित नहीं है हम 2018 में उन्हें करारी मात दे चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सिंधिया हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है हमारी चुनौती है बीजेपी की विचारधारा और सरकार की दमनकारी नीतियां.