ग्वालियर। जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है. महापौर का चुनाव हारकर बीजेपी यहां अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाकर कुछ हद तक साख बचाने में कामयाब रही है, लेकिन इस दौरान बीजेपी की गुटबाजी एक बार फिर सामने आई. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हुई सदस्यों की घेराबंदी में नरेंद्र सिंह तोमर समर्थिक गुट ने बाजी मार ली. जिला पंचायत अध्यक्ष बनी दुर्गेश कुंवर जाटव तोमर समर्थक खेमे हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद सिंधिया गुट को महापौर प्रत्याशी की तरह यहां भी निराशा ही हाथ लगी है.
काम नहीं आई इमरती की दिल्ली दौड़: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बीजेपी के दिग्गज नेताओं के बीच की गुटबाजी खुलकर नजर आई. ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे की इमरती देवी अपने समर्थकों को अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने में नाकाम साबित हुईं, हालांकि इमरती देवी ने अपने समर्थक को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने के लिए दिल्ली तक दौड़ लगाई मंदिरों में पंचायत लगाकर कसमें भी खिलाईं, लेकिन आखिर में सफलता नरेंद्र सिंह तोमर और भारत सिंह कुशवाह के गुट को हाथ लगी. तोमर समर्थिक दुर्गेश कुंवर जाटव जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई.
दिलचस्प था मुकाबला, बीजेपी के 2 नेताओं के बीच छिड़ी थी जंग: ग्वालियर जिला पंचायत का मुकाबला काफी रोचक रहा, क्योंकि अध्यक्ष बनाने की लड़ाई में बीजेपी के दो दिग्गज नेताओं के समर्थक आमने-सामने थे. यह दोनों ही अपने अपने समर्थक को जिला अध्यक्ष के पद पर काबिज करना चाहते थे. वार्ड क्रमांक 3 से जिला पंचायत सदस्य बनी दुर्गेश जाटव के लिए मंत्री भारत सिंह कुशवाह और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जहां लगातार रणनीति तैयार कर रहे थे तो वहीं वार्ड क्रमांक 7 से सदस्य बनी नेहा पत्नी मुकेश परिहार के लिए सिंधिया समर्थक और पूर्व मंत्री इमरती देवी काफी सक्रिय थीं. यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थक मंत्री भारत सिंह कुशवाह और सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी के बीच अध्यक्ष पद को लेकर जंग छिड़ी हुई थी.
ग्वालियर की चारों जनपदों पर बीजेपी का कब्जा: ग्वालियर जिले के चारों जनपदों पर भाजपा का कब्जा हो गया है जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए पहली काफी कड़े मुकाबले की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन इनका चुनाव शांतिपूर्ण और निर्विरोध तरीके से निपट गया. दुर्गेश कुँअर जाटव निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए प्रियंका घुरैया को चुना गया है.ये दोनों ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मंत्री भारत सिंह कुशवाह के गुट से आती है. हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर ग्वालियर भाजपा में घमासान मचा हुआ था 9 सदस्य पिछले 10 दिन से भोपाल की एक होटल में थे जो बीती रात को ही मतदान के लिए शहर में लौटे थे. ये सभी सदस्य भारत सिंह कुशवाह और नरेंद्र सिंह तोमर गुट से समर्थित थे.
कौन हैं दुर्गेश कुंअर: ग्वालियर जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर काबिल हुई 38 वर्षीय दुर्गेश कुंअर जाटव शिक्षित परिवार से हैं. उन्होंने मॉडल ऑफ मैनेजमेंट का कोर्स किया है. उनके पति डॉ कुंवर सिंह जाटव पीएचडी है. नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश जाटव ने मीडिया से बातचीत की और उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में मैं जिन समस्याओं का सामना कर रही हूं उसको सबसे पहले पूरा किया. उन्होंने कहा कि ग्वालियर की जनता ने जिस तरीके से मुझ पर विश्वास जताया है उस पर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगी.