ग्वालियर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लगाए लॉकडाउन के बाद कई परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. पहले जहां सड़क हादसों में कमी आई थी. लेकिन जैसे ही अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हुई. सड़क हादसे एक बार फिर से होने लगे हैं. चंबल- अंचल का मुख्यालय कहे जाने वाले ग्वालियर शहर में सड़क हादसे साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं. ग्वालियर जिले में 15 ब्लैक स्पॉट चिन्हित जगहों पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. ब्लैक स्पॉट पर सबसे ज्यादा एक्सीडेंट का कारण चालकों के द्वारा वाहन को तेजी से चलाना है. इन चौराहों पर सबसे अधिक मोड़ होने के कारण आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं.
ट्रैफिक डीएसपी के मुताबिक ब्लैक स्पॉट पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं, यातायात पुलिस लगातार इन स्पॉट पर निगरानी बनाए रखती है. नो एंट्री में निकलने वाले बड़े वाहन अक्सर हादसों की वजह बनते हैं. इन ब्लैक स्पॉट पर कई सड़कें ऐसी हैं, जो बनी नहीं है, साथ ही इन पर अधिक संख्या में गड्ढे भी हैं, जिसकी वजह से हादसे अधिक होते हैं.
ग्वालियर के 15 ब्लैक स्पॉट
- शिवपुरी लिंक रोड
- गोल पहाड़िया चौराहा
- जीवाजी यूनिवर्सिटी रोड
- झांसी रोड चौराहा
- सिथोली रोड चौराहा
- सिरोल रोड
- पुरानी छावनी
- घाटीगांव
- बहोड़ापुर चौराहा
- बिरला नगर
- मेला रोड चौराहा
- महाराजपुर चौराहा
- गोले का मंदिर चौराहा
- हजीरा चौराहा
ये वो 15 सड़कें और चौराहे हैं, जहां आए दिन दुर्घटनाओं में वाहन चालकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. इन स्थानों पर हादसों का कारण ट्रैफिक का बढ़ता दवाब और लोगों का सावधानी न बरतना है.
सड़क हादसों के आंकड़ें
ग्वालियर के इन ब्लैक स्पॉट पर हो रहे हादसों पर नजर डालें तो, जनवरी- 2019 से लेकर जून- 2019 तक 600 लोगों का एक्सीटेंड हुआ. जिनमें से 85 लोगों की मौत हो गई. जबकि 27 लोग गंभीर रुप से घायल हुए. इसके अलावा 400 लोग साधारण रुप से घायल हुए. वहीं अनलॉक की प्रकिया शुरु होने के बाद से ही अब तक ग्वालियर जिले में सड़क हादसों में 62 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
ग्वालियर के इन 15 ब्लैक स्पॉट पर लगातार हो रहे सड़क हादसों की वजह आम लोगों की साथ-साथ प्रशासन की लापरवाही भी बड़ी वजह है. इन ब्लैक स्पॉट पर कई सड़कें ऐसी हैं, जो जगह-जगह से टूट चुकी है. जबकि कई सड़कों पर गड्ढे हैं, जहां जरा सी चूक पर हादसा हो जाता है. ऐसे में जरुरत की, प्रशासन इन सड़कों की मरम्मत कराए.