ग्वालियर। रेलवे में टीटीई की नौकरी लगवाने के नाम पर मुरैना और ग्वालियर के 11 युवकों से 66 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. इस मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस ने राजस्थान, यूपी, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 11 बदमाशों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
मुरैना जिले के सबलगढ़ तहसील के मांगरोल गांव में रहने वाला फरियादी शिव कुमार शर्मा ने बताया कि वह ग्वालियर में रहकर पढ़ाई कर रहा था. उसी दौरान जुलाई 2017 में सबलगढ़ के ही एक पूर्व परिचित और राजस्थान के करौली निवासी रूप सिंह मीणा से उसकी मुलाकात हुई थी. जिसके फरियादी को रूप सिंह मीणा ने बताया था कि उसके पश्चिम बंगाल रेलवे में संपर्क है और रेलवे में टीटीई की नौकरी लगवा सकता है. जिसके बाद आरोपी ने फरियादी और उसके साथ आए कई युवकों को अप्वाइंटमेंट लेटर दे दिया और इसके बाद 3 महीने पश्चिम बंगाल में ही इन युवकों की ट्रेनिंग कराई गई और उन्हें बकायदा बैच, कालाकोट और दूसरे दस्तावेज दिए गए थे.
खास बात यह भी है कि जब ट्रेनिंग सेंटर पर मुरैना के यह युवक पहुंचे तो वहां पहले से ही 2 सौ से ज्यादा युवक ट्रेनिंग कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें शक नहीं हुआ था. और सभी ने तीन हिस्सों में तीस लाख रूपए दिल्ली के सतीश सिंह, विनोद यादव और पश्चिम बंगाल के प्रीतम सरकार को दिए थे. फरियादी से शिवकुमार शर्मा के मुताबिक उनके कुछ रिश्तेदार रेलवे में है जब उन्हें टीटीई बनने की जानकारी दी तो उन्होंने संबंधित स्टेशन मास्टर से संपर्क साधा तब जाकर इस पूरे मामले की पोल खुली और उन लोगों ने क्राइम ब्रांच का इसकी शिकायत की.
वहीं क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद रूप सिंह मीणा विनोद यादव, प्रीतम सरकार लोकेश, शिवानी, जल सागर, शहजाद इमरान, सलीम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया. पुलिस का मानना है कि इस अंतर्राज्यीय गिरोह में रेलवे के भी कुछ लोग मिले हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.