ETV Bharat / city

MP Mayor Election 2022: प्रशासन की गलती ने नेताओं के लिए खड़ी की मुसीबत, ब्रांडेड शराब की मांग कर रहे पियक्कड़

छिंदवाड़ा में शराब की सूची सार्वजनिक होते ही शराबियों की बल्ले बल्ले हो गई है. अधिकतर शराबी प्रत्याशियों के पास पहुंचकर शराब की डिमांड कर रहे हैं और दबाव बना रहे हैं. इसको लेकर प्रत्याशी भी परेशान हैं. कांग्रेस (Congress) ने जिला प्रशासन के इस फैसले की आलोचना की है. इधर, कलेक्टर का कहना है कि 'लिपिक की गलती के चलते इसे प्रत्याशियों को सौंप दिया गया. जिसके कारण संशय की स्थिति बन गई'.(MP Urban Body Election 2022) (Excise Department Released Branded Liquor List)

Excise Department Released Branded Liquor List
छिंदवाड़ा में ब्रांडेड शराब की डिमांड से प्रत्याशी परेशान
author img

By

Published : Jun 29, 2022, 1:39 PM IST

छिंदवाड़ा। नगर निगम (MP Urban Body Election 2022) का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को निर्वाचन कार्यालय द्वारा दिए गए दस्तावेजों ने नेताओं से सामने मुसीबत खड़ी कर दी है. दरअसल, अब शराब पीने वाले लोग नेताजी से ब्रांडेड शराब की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर चुनाव लड़ने वाले नेता खासे परेशान नजर आ रहे हैं. कांग्रेस (Congress) ने जिला प्रशासन के इस फैसले की आलोचना की है. प्रत्याशियों द्वारा शराब बांट कर खर्चे में शामिल करने के मामले में कलेक्टर ने सफाई देते हुए कहा है कि 'ऐसे कोई आदेश जारी नहीं हुए हैं. बल्कि प्रशासन की गलत फहमी की वजह से दस्तावेज प्रत्याशियों तक पहुंच गए'.

छिंदवाड़ा में ब्रांडेड शराब की डिमांड से प्रत्याशी परेशान

प्रचार से ज्यादा शराबियों की समस्या सुलझाने में जुटे नेताजी: छिंदवाड़ा नगर निगम का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को निर्वाचन कार्यालय द्वारा खर्चे की एक बुकलेट दी जाती है. जिसमें लिखा जाता है कि जिस वस्तु में जो खर्च किया जाएगा उस निर्वाचन कार्यालय को सूचित करना होगा. इसी सूची में 883 ब्रांडेड शराबों के रेट सहित लिस्ट है. इस सूची के सार्वजनिक होते ही अब शराब के शौकीन नेताओं से शराब की डिमांड करने लगे हैं. इसको लेकर नेता प्रचार में कम शराबियों की समस्या सुलझाने में लगे हैं. प्रत्याशियों का कहना है कि 'जनप्रतिनिधि ही गलत काम करेगा तो जनता में क्या मैसेज जाएगा, यह संविधान के खिलाफ भी है'.

Code of Conduct Violation: शिवराज के भोज पर बवाल, आचार संहिता के उल्लंघन का मामला, कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में की शिकायत

लिपिक की गलती से प्रत्याशियों तक पहुंची लिस्ट: इस मामले में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन (Collector Saurabh Kumar Suman) ने जानकारी दी है कि 'निर्वाचन कार्यालय द्वारा आबकारी विभाग से शराब की कीमतों की एक सूची मांगी जाती है, ताकि अगर चुनाव के दौरान कोई प्रत्याशी शराब बांटते पकड़ा जाता है, तो कार्रवाई करते हुए उसके खर्चे में उस शराब का रेट लिखना होता है. यह सूची दोनों विभागों की मध्य इंटरनल होती है. लेकिन लिपिक की गलती के चलते इसे प्रत्याशियों को सौंप दिया गया जिसके कारण संशय की स्थिति बन गई'.

'आज जनता हमसे ब्रांडेड शराब की मांग कर रही है. अगर पार्षद प्रत्याशी ही शराब बांटने लगेगा तो जनता में क्या मैसेज जाएगा. यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मतदान निष्पक्ष होना चाहिए, मतदाता को किसी भी प्रकार का प्रलोभन नहीं देना चाहिए. चुनाव को साफ स्वच्छ बनाने के लिए इस नीति को तत्काल खत्म करना चाहिए.'-असगर अली वासु, कांग्रेस प्रत्याशी

(MP Urban Body Election 2022) (Excise Department Released Branded Liquor List) (Chhindwara Candidates are worried) (Congress Complaint Election Commission)

छिंदवाड़ा। नगर निगम (MP Urban Body Election 2022) का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को निर्वाचन कार्यालय द्वारा दिए गए दस्तावेजों ने नेताओं से सामने मुसीबत खड़ी कर दी है. दरअसल, अब शराब पीने वाले लोग नेताजी से ब्रांडेड शराब की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर चुनाव लड़ने वाले नेता खासे परेशान नजर आ रहे हैं. कांग्रेस (Congress) ने जिला प्रशासन के इस फैसले की आलोचना की है. प्रत्याशियों द्वारा शराब बांट कर खर्चे में शामिल करने के मामले में कलेक्टर ने सफाई देते हुए कहा है कि 'ऐसे कोई आदेश जारी नहीं हुए हैं. बल्कि प्रशासन की गलत फहमी की वजह से दस्तावेज प्रत्याशियों तक पहुंच गए'.

छिंदवाड़ा में ब्रांडेड शराब की डिमांड से प्रत्याशी परेशान

प्रचार से ज्यादा शराबियों की समस्या सुलझाने में जुटे नेताजी: छिंदवाड़ा नगर निगम का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को निर्वाचन कार्यालय द्वारा खर्चे की एक बुकलेट दी जाती है. जिसमें लिखा जाता है कि जिस वस्तु में जो खर्च किया जाएगा उस निर्वाचन कार्यालय को सूचित करना होगा. इसी सूची में 883 ब्रांडेड शराबों के रेट सहित लिस्ट है. इस सूची के सार्वजनिक होते ही अब शराब के शौकीन नेताओं से शराब की डिमांड करने लगे हैं. इसको लेकर नेता प्रचार में कम शराबियों की समस्या सुलझाने में लगे हैं. प्रत्याशियों का कहना है कि 'जनप्रतिनिधि ही गलत काम करेगा तो जनता में क्या मैसेज जाएगा, यह संविधान के खिलाफ भी है'.

Code of Conduct Violation: शिवराज के भोज पर बवाल, आचार संहिता के उल्लंघन का मामला, कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में की शिकायत

लिपिक की गलती से प्रत्याशियों तक पहुंची लिस्ट: इस मामले में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन (Collector Saurabh Kumar Suman) ने जानकारी दी है कि 'निर्वाचन कार्यालय द्वारा आबकारी विभाग से शराब की कीमतों की एक सूची मांगी जाती है, ताकि अगर चुनाव के दौरान कोई प्रत्याशी शराब बांटते पकड़ा जाता है, तो कार्रवाई करते हुए उसके खर्चे में उस शराब का रेट लिखना होता है. यह सूची दोनों विभागों की मध्य इंटरनल होती है. लेकिन लिपिक की गलती के चलते इसे प्रत्याशियों को सौंप दिया गया जिसके कारण संशय की स्थिति बन गई'.

'आज जनता हमसे ब्रांडेड शराब की मांग कर रही है. अगर पार्षद प्रत्याशी ही शराब बांटने लगेगा तो जनता में क्या मैसेज जाएगा. यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मतदान निष्पक्ष होना चाहिए, मतदाता को किसी भी प्रकार का प्रलोभन नहीं देना चाहिए. चुनाव को साफ स्वच्छ बनाने के लिए इस नीति को तत्काल खत्म करना चाहिए.'-असगर अली वासु, कांग्रेस प्रत्याशी

(MP Urban Body Election 2022) (Excise Department Released Branded Liquor List) (Chhindwara Candidates are worried) (Congress Complaint Election Commission)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.