छिंदवाड़ा। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया ऊइके रायपुर और राजभवन में फैले कोरोना संक्रमण के चलते खुद को सुरक्षित रखते हुए अपने गृह नगर छिंदवाड़ा में आई हुई हैं. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में पतंजली का काढ़ा पीने की सलाह दी है. उन्होंने कहा सरकारी अस्पतालों में जो दवा दी जा रही है वह बहुत हाई डोज है, जिससे लोग अटैक आने जैसी कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.
देश में लगातार कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या पर अनुसुइया उइके ने कहा कि कोरोना कई प्रकार का हो रहा है, लेकिन देश में इसे हव्वा बना दिया गया है. अधिकतर लोग कोरोना से कम, भय से ज्यादा मर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती कराने की वजाय जो सक्षम हैं और जहां सुविधाएं हैं, उन्हें उनके घर में ही रख देना चाहिए, क्योंकि अस्पतालों में जाने के बाद उन्हें हर रोज एलोपैथिक दवाइयां दी जा रही हैं, जिन दवाइयों के हाई डोज के कारण दूसरी बीमारी से पीड़ित लोग जल्द ही मर रहे हैं.
'मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं और आपके सामने हूं'
अनुसुइया ऊइके ने ईटीवी भारत को बताया कि कुछ दिनों पहले रायपुर में और उनके राजभवन में ही कई कोरोना मरीज मिले थे, जिसके बाद उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से खुद को अपने गृह नगर छिंदवाड़ा में क्वॉरेंटाइन कर लिया है, लेकिन लोगों को लगा कि वो कोरोना पॉजिटिव हैं. उन्होंने अपने स्वास्थ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने दो बार कोरोना जांच कराई है और दोनों बार ही रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से छिंदवाड़ा हैं.