छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में मानवता शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक परिवार मृतक का कंकाल लेकर 2 दिनों से पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहा है. इस घटना को लेकर संवेदनहीन डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.
मामला मुख्यमंत्री के गृह जिले छिंदवाड़ा का है, जहां 12 जून को बैतूल के बिछुआ गांव से साधुराम नाम के लापता युवक का कंकाल चौरई के जंगल में मिला था. पुलिस ने कंकाल का पीएम कराने के लिए परिजनों को मेडिकल कॉलेज भेजा था, लेकिन वहां सुविधायें नहीं होने का हवाला देकर परिजनों को जिला अस्पताल भेज दिया गया, जिला अस्पताल में भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया और परिजन कंकाल बॉक्स में लिये भटकते रहे.
जिस जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को मुख्यमंत्री कमलनाथ विश्वस्तरीय बनाने का दावा करते हैं, वहां पोस्टमार्टम के लिए लोगों को कंकाल लेकर घूमना पड़ रहा है. ये शर्मनाक घटना जन सुविधाओं की पोल खोलने वाली है.