छिंदवाड़ा। जिले के उमरेठ जैसे छोटे से गांव के किसान नंदलाल पवार की बेटियां आज देश का नाम रोशन कर रही हैं. इनकी तीन बेटियां कुश्ती में देश विदेश में नाम कमा रही हैं. इनकी बेटी शिवानी पवार का साइबेरिया में होने वाली सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए 50 किलोग्राम वजन वर्ग में चयन हुआ है.इसी के साथ शिवानी पवार विश्व कुश्ती सीनियर चैम्पियनशिप में जगह बनाने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला पहलवान बन गई हैं. फिलहाल शिवानी SSB में नौकरी में साथ ही दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही है.
अखाड़ा ट्रेनिंग स्कूल की बालिका पहलवान का सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए 50 किलोग्राम भार वर्ग में सलेक्शन हुआ है. 1 से 7 नवंबर 2021 तक साइबेरिया में सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप हो रही है, जिसमे अंडर 23 में भाग लेने वाली देश की कुश्ती टीम में मध्य प्रदेश की एकमात्र अखाड़ा ट्रेनिंग स्कूल की बालिका पहलवान हैं.
प्रदेश को दिलाए कई पदक
उत्तर प्रदेश के अमेठी में 16 से 19 सितंबर तक आयोजित राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती स्पर्धा में मप्र के लिए गोल्ड जीतने वाली एकमात्र खिलाड़ी रहीं. मप्र के लिए अबतक उन्होंने एक स्वर्ण, तीन रजत और 5 कांस्य पदक जीते हैं. शिवानी को प्रदेश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार विक्रम अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. वे देश की इकलौती मुस्लिम महिला इंटरनेशनल कुश्ती कोच फातिमा बानो से ट्रेनिंग ले रही हैं.
छठी बार विश्व स्तर पर खेलेंगी शिवानी
छिंदवाड़ा जिले में परासिया ब्लाक के उमरेठ के रहने वाले किसान नंदलाल पवार की बेटी शिवानी पवार अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में पांच बार देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. शिवानी को जब तीसरी बाद विदेश में आयोजित स्पर्धा में शामिल होने का पहला अवसर मिला, तो उसने रजत पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया. अब साइबेरिया में आयोजित विश्व सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप में शामिल होने का यह उउका छाठा अवसर रहेगा.
पिता ने बेटियों को बढ़ाया आगे
कृषक नंदलाल पवार की तीन पुत्रियों में से शिवानी मंझली बेटी हैं. नंदलाल की तीनों बेटियां भारती पवार, शिवानी पवार और रीतिका पवार ने राष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धा में कई बार प्रतिनिधित्व कर पदक हासिल किया है.ये तीनों एमपी की दंगल गर्ल कहलाती हैं. ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता- पायका से जुड़ने पर कुश्ती कोच, भारतीय शैली कुश्ती महासंघ के जिला सचिव कलशराम मर्सकोले ने इनकी ट्रेनिंग की शुरुआत की.
शिवानी की सफलता का सफर
शिवानी ने तुर्की स्पर्धा से पहले लखनऊ में आयोजित जूनियर एशियन चैम्पियनशिप और जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भाग लिया. 8 बार नेशनल लेवल पर भाग लिया. इसमें एक गोल्ड, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते. उन्होंने सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप कन्याकुमारी 2013-14 में प्रतिनिधित्व किया. आरजीकेए नेशनल चैम्पियनशिप महाराष्ट्र में 38 किग्रा वजनवर्ग में कांस्य पदक जीता. सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप श्रीनगर 2015-16 में 40 किग्रा वजनवर्ग में प्रतिनिधित्व किया. स्कूल गेम्स उज्जैन 2014-15 में 46 किग्रा वजनवर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया. आरजीकेए नेशनल चैम्पियनशिप गुजरात में कांस्य पदक प्राप्त किया. सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप रांची में प्रतिनिधित्व किया. स्कूल गेम्स उज्जैन 2015-16 में 49 किग्रा वजन वर्ग में रजत पदक और जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप गोंडा में 48 किग्रा वजनवर्ग में रजत पदक जीता. सब जूनियर चैम्पियनशिप रीवा 2013-14 में 38 किग्रा, आरजीकेए इंदौर 2013-14, सब जूनियर चैम्पियनशिप इंदौर 2014-15 में 40 किग्रा वजनवर्ग, आरजीकेए उज्जैन 2014- 15 में 46 किग्रा वजनवर्ग में भाग लिया. फिर स्कूल गैम्स उज्जैन 2014-15, सब जूनियर चैम्पियनशिप इंदौर 48 किग्रा वजनवर्ग, स्कूल गैम्स उज्जैन 2015-16 में 49 किग्रा वजनवर्ग और जूनियर चैम्पियनशिप इंदौर 2015-16 में 48 किग्रा वजनवर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया. 17 से 22 जुलाई-18 को दिल्ली में आयोजित एशियाड जूनियर कुश्ती चैम्पियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया. यूरोप के स्लोवाकिया में 17 से 23 सितंबर 2018 तक होने वाली विश्व जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता.