भोपाल। मंगलवार को कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के(rpn singh joined bjp) भाजपा में शामिल होने के बाद ये तस्वीर (picture viral on social media) सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर को खूब शेयर भी किया जा रहा है. तस्वीर में कांग्रेस नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए आरपीएन सिंह के साथ चौथे शख्स कांग्रेस नेता सचिन पायलट एक साथ हैं. खास बात यह है कि सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद से इन चार में से तीन नेता बीजेपी में आ चुके हैं.
अपने साथियों के रास्ते पर चलेंगे सचिन!
तस्वीर में जो एक नेता सचिन पायलट हैं वे अभी भी कांग्रेस के साथ हैं. पायलट को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल पूछा जा रहा है कि चौथा दोस्त कब बीजेपी में शामिल होगा. कयास ये भी लगाए जा रहा हैं अपने साथियों की तरह सचिन पायलट भाजपा का दामन थामेंगे. इसके पीछे वजह भी है. राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच की तनातनी किसी से छुपी नहीं है. पायलट, गहलोत से खुश नहीं हैं. वे एक बार अपने समर्थक विधायकों को लामबंद भी कर चुके हैं. इसके अलावा दोनों के बीच का विवाद भी सार्वजनिक हो चुका है.
भाजपा के पाले में कांग्रेस का भविष्य!
तस्वीर में दिख रहे नेता कांग्रेस का भविष्य माने जाते थे. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने जो कांग्रेस के युवा नेताओं की जो टीम बनाई थी उसमे भी यह नेता अहम रोल में थे. इन नेताओं की टीम को भविष्य में कांग्रेस की सरकार आने पर राहुल गांधी की कैबिनेट का हिस्सा माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ साल में जिस तरह से कांग्रेस लगातार कमजोर हुई और बीजेपी मजबूत हुई ऐसे में कांग्रेस का भविष्य माने जाने वाले ये नेता अपना गढ़ बचाए रखने और भविष्य की राजनीति की समक्ष रखते हुए अब भाजपा का हिस्सा बन चुके हैं. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के जरिए भारत की राजनीति के मौजूदा दौर की कहानी भी बयां कर रही है, और एक-एक कर कांग्रेस के नेताओं का भाजपा में जाना देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की दयनीय होती हालत को भी दिखा रहा है.
पिता-पुत्र रहे थे गांधी परिवार के खास
माधवराव सिंधिया - ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजेश पायलट- सचिन पायलट, जीतेंद्र प्रसाद- जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह. इन नेताओं के पिता भी कांग्रेस और गांधी परिवार के करीबियों में शामिल रहे हैं, लेकिन इन नेता पुत्रों और अब खुद की एक पहचान कायम कर चुके नेताओं का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका है. यही वजह है कि तस्वीर में दिख रहे चौथे नेता सचिन पायलट को लेकर भी अटकलबाजी तेज हो गई है. इससे पहले भी सचिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार को चुनौती देते रहे हैं. जो राजस्थान ही नहीं कांग्रेस के भावी नेतृत्व के लिए भी खतरे की घंटी है.
भाजपा के लिए फायदेमंद हैं ये नेता
ज्योतिरादित्य सिंधिया- कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए. मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराई और बीजेपी की सत्ता में वापसी कराई.बीजेपी ने बड़े ओबीसी चेहरे के तौर पर भी प्रमोट किया.
जितिन प्रसाद- यूपी में ब्राह्मण वर्ग का चेहरा. विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए खासे अहम साबित हो सकते हैं. ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़े रखने में सक्रिय.
आरपीएन सिंह- तीन बार के विधायक और एक बार लोकसभा सांसद. बीजेपी में शामिल, पार्टी उन्हें पडरौना से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ा सकती है. आरपीएन सिंह ओबीसी (कुर्मी) जाति से आते हैं.