भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज पंचतत्व में विलीन हो गईं. शेष रह गई बस यादें. सुषमा स्वराज के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. भारतीय सियासत की इस दिग्गज महिला नेत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हूजम उमड़ पड़ा. हर कोई अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई देना चाहता था.
दिल्ली के लोधी रोड शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की. सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देते वक्त हर किसी की आंखे नम हो गई. उनका अचानक यूं दुनिया छोड़कर चले जाना, भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है.
सत्ता पक्ष हो चाहे विपक्ष, फिर चाहे बालीवुड की हस्तियां हो या खेल-कूद से जुड़े लोग, सुषमा स्वराज को याद करके सब भावुक हो गए. सुषमा स्वराज न सिर्फ एक अच्छी नेता थी बल्की उतनी ही बेहतर महिला भी थीं. हर विधा से जुड़े लोगों में उनकी एक अलग पहचान थी. जो उन्हें औरों से खास बनाती थी. आज सभी उनसे जुड़ी यादें सांझा कर अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं. राजनीति में कई कीर्तिमान स्थापित करने वाली सुषमा स्वराज अब ऐसे सफर पर निकल चुकी हैं. जहां से कभी वापस नहीं आएगी. लेकिन देश उनके अमिट योगदान के लिए हमेशा याद करेंगा.