ETV Bharat / city

अब काबिल होगा एमपी का 'भविष्य', स्टीम कॉन्क्लेव में तैयार किया जा रहा बदलाव का खाका

राजधानी भोपाल में स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम कमलनाथ सहित कई मंत्री मौजूद रहे. सीएम ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था कमजोर है, जबकि सुधार शिक्षकों में भी करना जरूरी है.

स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 3:15 PM IST

Updated : Oct 30, 2019, 3:36 PM IST

भोपाल। प्रदेश में शिक्षा नीति का खाका तैयार करने के लिए भोपाल में 'स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल में किया. कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव एसआर मोहंती विशेष रूप से मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हर पांच साल में विश्व में परिवर्तन होता है. राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी परिवर्तन होता है. आज का युग विज्ञान का युग है. बिना विज्ञान के हम शिक्षित हो सकते हैं, लेकिन ज्ञानहीन होंगे. शिक्षा तो कॉलेज में लेते हैं, लेकिन ज्ञान हमे रोजाना प्राप्त करना होता है.

स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन

सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिक्षा के मामले में प्रदेश बहुत पीछे है. आईटी का नॉलेज स्टूडेंट को तो है, लेकिन पढ़ाने वालों को नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाना हमारी प्राथमिकता है. शिक्षकों को अपने आप को समाज सेवक के रूप में देखना चाहिए. शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं है. सुधार केवल स्कूल, किताबों, स्टूडेंट में ही नहीं बल्कि शिक्षकों में भी करना है. उनके व्यवहार उनकी सोच को अपडेट करना है. हमे कभी नहीं भूलना चाहिए कि ये वो विभाग है जो हमारे भविष्य का निर्माण करता है.

प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा स्टेट है, जिसमें 'स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन शिक्षा विभाग ने करवाया है. बच्चों के बेहतर भविष्य को देखते हुए 'स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है.

भोपाल। प्रदेश में शिक्षा नीति का खाका तैयार करने के लिए भोपाल में 'स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल में किया. कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव एसआर मोहंती विशेष रूप से मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हर पांच साल में विश्व में परिवर्तन होता है. राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी परिवर्तन होता है. आज का युग विज्ञान का युग है. बिना विज्ञान के हम शिक्षित हो सकते हैं, लेकिन ज्ञानहीन होंगे. शिक्षा तो कॉलेज में लेते हैं, लेकिन ज्ञान हमे रोजाना प्राप्त करना होता है.

स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन

सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिक्षा के मामले में प्रदेश बहुत पीछे है. आईटी का नॉलेज स्टूडेंट को तो है, लेकिन पढ़ाने वालों को नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाना हमारी प्राथमिकता है. शिक्षकों को अपने आप को समाज सेवक के रूप में देखना चाहिए. शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं है. सुधार केवल स्कूल, किताबों, स्टूडेंट में ही नहीं बल्कि शिक्षकों में भी करना है. उनके व्यवहार उनकी सोच को अपडेट करना है. हमे कभी नहीं भूलना चाहिए कि ये वो विभाग है जो हमारे भविष्य का निर्माण करता है.

प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा स्टेट है, जिसमें 'स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन शिक्षा विभाग ने करवाया है. बच्चों के बेहतर भविष्य को देखते हुए 'स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है.

Intro:(फीड live से भेजी गई )

प्रदेश में शिक्षा नीति का खाका तैयार करने के लिए भोपाल में 'स्टीम कॉन्क्लेव' का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल में किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव एसआर मोहंती विशेष रूप से मौजूद रहे।

वीओ : 1
इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हर पांच साल में देश में विश्व में परिवर्तन होता है। राजनीतिक क्षेत्र में भी परिवर्तन होता है, शिक्षा में सबसे ज्यादा परिवर्तन हुआ है, कैसे सीखते है और कैसे पढ़ते है यह जरूरी है और यह एक बड़ा परिवर्तन है। आज का युग ज्ञान का युग है हम शिक्षित हो सकते हैं लेकिन ज्ञानहीन होंगे। शिक्षा हम कॉलेज में लेते है लेकिन ज्ञान हम रोज़ प्राप्त करता है।

एंबियंस बाईट : कमलनाथ, मुख्यमंत्री

Body:उन्होंने कहा कि कैसी शिक्षा हो जो ज्ञान को समिल्लित करे हमारी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है। उन्होने कहा जब आईटी की क्रांति आई थी स्टूडेंट को इसका ज्ञान था लेकिन पढ़ाने वालों को इसका ज्ञान नहीं था। शिक्षा हमारा और मध्यप्रदेश का सबसे कमजोर क्षेत्र है। यह दुख की बात है।

एंबियंस बाईट : कमलनाथ, मुख्यमंत्री

शिक्षक किस रूप में शिक्षा को देखते है। शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं है। हमे सुधार केवल स्कूल केवल किताबों में नहीं या स्टूडेंट में नही बल्कि शिक्षकों में भी करना है उनके व्यवहार उनकी सोच में करना है। हमे कभी नहीं भूलना चाहिए कि यह वो विभाग के जो हमारे भविष्य का निर्माण करता है।

एंबियंस बाईट : कमलनाथ, मुख्यमंत्री

Conclusion:वीओ : 2
वहीं प्रदेश के स्कूलीय शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा की मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा स्टेट है जिसके अंदर स्टीम कांग्रेस का आयोजन शिक्षा विभाग ने करवाया है। बच्चों के बेहतर भविष्य को देखते हुए किया गया हैं स्टीम कांग्रेस का आयोजन। स्टीम को विभाग द्वारा मंथन करने के बाद प्रदेश के सभी स्कूलों में लागू होगा किया जाएगा

बाईट : प्रभुराम चौधरी, स्कूलीय शिक्षा मंत्री

वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लानी हैं ये हमारी प्राथमिकता है। शिक्षकों को अपने आप को समाज सेवक के रूप में देखना चाहिए।

बाईट : कमलनाथ, मुख्यमंत्री - मप्र
Last Updated : Oct 30, 2019, 3:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.