भोपाल। कोरोना संकट काल में भोपाल शहर का पूरा प्रशासन व्यस्त है, जिसका लोगों ने फिर फायदा उठाना शुरु कर दिया है. इन दिनों शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे भोपाल नगर-निगम द्वारा चलाई गई प्लास्टिक मुक्त शहर की मुहिम को झटका लगा है. लॉकडाउन के बावजूद भी शहर में खुलेआम सिंगल यूज प्लास्टिक का खूब इस्तेमाल हो रहा है. जिस पर कोई ध्यान नहीं दे पा रहा है.
लॉकडाउन के चलते नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए रात दिन लगे हैं. जिसके चलते वे प्लास्टिक की ब्रिक्री पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे. नगर निगम भोपाल के कर्मचारी लॉकडाउन से पहले तक लगातार प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम भी चला रहे थे और कार्रवाई भी कर रहे थे. जिससे शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था. लेकिन अब फिर प्लास्टिक का जमकर इस्तेमाल हो रहा है.
भोपाल नगर निगम ने शहर के लोगों के लिए कपड़े का थेला इस्तेमाल करने की मुहिम भी चलाई थी. जिसके तहत भोपाल में 6 कियोस्क केंद्र भी खुले हैं. जहां पर कपड़े की थैली बनाई जाती है. यहां पर पुराने कपड़े लाकर कपड़े की थैलियां ले सकते हैं. जबकि पांच रुपए में एक थैला भी खरीदा जा सकता है.
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया गया था. जिसमें प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक की बोतलें, स्ट्रॉ, फूड पैकेजिंग, गिफ्ट रैपर्स और कॉफी के डिस्पोजल समेत सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन लगा हुआ है. लेकिन जैसे ही निगम के अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के चलते व्यस्त हुए. तब से ही प्लास्टिक का फिर तेजी से इस्तेमाल होने लगा है. हालांकि नगर-निगम कमिश्नर विजय दत्ता ने कहा कि लोगों को समझाइश देकर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जा रही है.