भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी में पत्रकारों और रंग कर्मियों के थाने में कपड़े उतरवाने के मामले में पुलिस मुख्यालय ने जांच शुरू करा दी है. मामले की जांच के लिए एसएसपी अमित सिंह को सीधी भेजा जा रहा है, घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने इस मामले में डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है.
एसएसपी करेंगे अब मामले की जांच: सीधी में पत्रकार और रंग कर्मियों के थाने में कपड़े उतरवाने और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल करने को लेकर पुलिस मुख्यालय ने भी सख्ती दिखाई है. मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने मुख्यालय स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है. इसके लिए एसएसपी रेडियो अमित सिंह को सीधी भेजा जा रहा है, एसएसपी इस मामले पर दो बिंदुओं में जांच करेंगे. पहला कि घटना क्या हुई, थाने में अंडरवियर में पत्रकारों और रंग कर्मियों को क्यों रखा गया और उनके खिलाफ क्या अपराध दर्ज था. वैसे देखा जाए तो आमतौर पर किसी भी मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार व्यक्ति की तलाशी के लिए भी इतने कपड़े नहीं उतरवाए जाते हैं. लेकिन जो तस्वीरें सामने आई है, उसमें पत्रकारों और रंग कर्मियों को काफी समय तक अंडरवियर में रखा गया.
मानव अधिकार आयोग ने भी लिया संज्ञान: राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है. आयोग के अध्यक्ष जस्टिस नरेंद्र जैन ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना और आईजी रीवा से रिपोर्ट मांगी है. अध्यक्ष ने 7 दिन में घटना की रिपोर्ट तलब की है.
दो थाना प्रभारी सस्पेंड: पत्रकारों की अर्धनग्न फोटो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामला गर्माने पर एसपी मुकेश श्रीवास्तव ने मीडिया के सामने कहा कि कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह को पहले लाइन हाजिर किया गया था, आज सस्पेंड कर दिया गया है और जांच जारी है. एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की जांच के लिए भोपाल से भी टीम गठित की गई है.