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Ayushman Bharat Yojana: एमपी के 84 अस्पतालों की जांच, 27 में मिला फर्जीवाड़ा, शिवराज ने जताई नाराजगी, कांग्रेस ने साधा निशाना

मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में जोरों से धोखाधड़ी चल रही है. 12 जिलों के 84 अस्पतालों की जांच में 27 में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. एक ओर शिवराज सिंह ने इस पर नाराजगी जताई है, तो वहीं कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा के नेताओं के संरक्षण को जिम्मेदार ठहराया है. (MP Ayushman Bharat Yojana frauds)

Shivraj Singh called meeting with officers on Ayushman Bharat Yojana frauds
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा
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Published : Jun 17, 2022, 6:47 AM IST

Updated : Jun 17, 2022, 6:56 AM IST

भोपाल। आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े के मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस पर अधिकारियों की बैठक बुलाकर अपनी नाराजगी जताई है. 12 जिलों के 84 अस्पतालों की जांच में 27 में गड़बड़ी मिली है. सीएम ने कहा कि योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह मरीजों और सरकार के साथ धोखा है. सीएम ने कहा कि गड़बडी करने की दूसरी गतिविधियों की भी जांच की जाए. सीएम ने संबंधित अस्पतालों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चैधरी के अलावा विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद थे.

Shivraj Singh called meeting with officers on Ayushman Bharat Yojana frauds
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े पर सीएम ने बुलाई अधिकारियों की बैठक

संदिग्ध अस्पतालों को नहीं मिलेगी स्वेच्छानुदान की राशि: बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच में पता चला है कि कई अस्पतालों द्वारा जरूरी न होने पर भी मरीजों को भर्ती किया गया. फर्जी मरीजों के दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड किए गए और सरकार से इलाज के नाम पर राशि लेकर फर्जीवाड़ा किया गया. ऐसे तमाम अस्पतालों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना की लिस्ट से हटाने के निर्देश दिए गए हैं. एनएचएम की डायरेक्टर ने बैठक में बताया कि- " कई अस्तपालों द्वारा निःशुल्क उपचार न देते हुए मरीजों और उनके परिजनों से अतिरिक्त राशि की मांग की गई. गड़बड़ी का पता लगाने के लिए अब मरीजों से इलाज के दौरान और इलाज के बाद फीडबैक लिया जा रहा है.

  • प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा।

    घोटाला करने वालों की केवल गिरफ्तारी ही नहीं, बाकी अन्य गतिविधियों की भी जांच होगी।

    आज निवास पर आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। https://t.co/xYhXKRMl7M https://t.co/UOLtMuH1Zd

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

84 में से 27 में निकली गड़बड़ी
आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद आयुष्मान भारत योजना के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के 84 अस्पतालों में योजना से जुड़े दस्तावेजों और मरीजों का वैरीफिकेशन कराया गया. शुरूआती जांच में 84 अस्पतालों में से 27 अस्पतालों में गड़बड़ी मिली है. इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है. (Ayushman Bharat Yojana)

कांग्रेस ने लगाया आरोप, संरक्षण में चल रहा है फर्जीवाड़ा: उधर, सरकारी योजना में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने आरोप लगाया कि-" जिस विभाग और योजना में जांच कराएं उसमें गड़बड़ी निकलेगी. आयुष्मान योजना तो केन्द्र की महत्वाकांक्षी योजना है, इसके बाद भी इसमें भ्रष्टाचार हो रहा है. यह गड़बड़ी बीजेपी के नेताओं के संरक्षण में हो रही है. प्रदेश भर में इसकी जांच कराई गई तो एक और बड़ा घोटाला सामने आएगा". (MP Ayushman Bharat Yojana frauds)(Shivraj Singh called meeting)

भोपाल। आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े के मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस पर अधिकारियों की बैठक बुलाकर अपनी नाराजगी जताई है. 12 जिलों के 84 अस्पतालों की जांच में 27 में गड़बड़ी मिली है. सीएम ने कहा कि योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह मरीजों और सरकार के साथ धोखा है. सीएम ने कहा कि गड़बडी करने की दूसरी गतिविधियों की भी जांच की जाए. सीएम ने संबंधित अस्पतालों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चैधरी के अलावा विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद थे.

Shivraj Singh called meeting with officers on Ayushman Bharat Yojana frauds
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े पर सीएम ने बुलाई अधिकारियों की बैठक

संदिग्ध अस्पतालों को नहीं मिलेगी स्वेच्छानुदान की राशि: बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच में पता चला है कि कई अस्पतालों द्वारा जरूरी न होने पर भी मरीजों को भर्ती किया गया. फर्जी मरीजों के दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड किए गए और सरकार से इलाज के नाम पर राशि लेकर फर्जीवाड़ा किया गया. ऐसे तमाम अस्पतालों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना की लिस्ट से हटाने के निर्देश दिए गए हैं. एनएचएम की डायरेक्टर ने बैठक में बताया कि- " कई अस्तपालों द्वारा निःशुल्क उपचार न देते हुए मरीजों और उनके परिजनों से अतिरिक्त राशि की मांग की गई. गड़बड़ी का पता लगाने के लिए अब मरीजों से इलाज के दौरान और इलाज के बाद फीडबैक लिया जा रहा है.

  • प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा।

    घोटाला करने वालों की केवल गिरफ्तारी ही नहीं, बाकी अन्य गतिविधियों की भी जांच होगी।

    आज निवास पर आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। https://t.co/xYhXKRMl7M https://t.co/UOLtMuH1Zd

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

84 में से 27 में निकली गड़बड़ी
आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद आयुष्मान भारत योजना के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के 84 अस्पतालों में योजना से जुड़े दस्तावेजों और मरीजों का वैरीफिकेशन कराया गया. शुरूआती जांच में 84 अस्पतालों में से 27 अस्पतालों में गड़बड़ी मिली है. इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है. (Ayushman Bharat Yojana)

कांग्रेस ने लगाया आरोप, संरक्षण में चल रहा है फर्जीवाड़ा: उधर, सरकारी योजना में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने आरोप लगाया कि-" जिस विभाग और योजना में जांच कराएं उसमें गड़बड़ी निकलेगी. आयुष्मान योजना तो केन्द्र की महत्वाकांक्षी योजना है, इसके बाद भी इसमें भ्रष्टाचार हो रहा है. यह गड़बड़ी बीजेपी के नेताओं के संरक्षण में हो रही है. प्रदेश भर में इसकी जांच कराई गई तो एक और बड़ा घोटाला सामने आएगा". (MP Ayushman Bharat Yojana frauds)(Shivraj Singh called meeting)

Last Updated : Jun 17, 2022, 6:56 AM IST
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