भिंड। शहर के एमजीएस कॉलेज से भवानीपुरा तक 50 लाख की लागत से बनाई गई सीसी रोड 2 महीने में भी नहीं चली, सड़क जगह-जगह से उखड़ गई है, जिसके बाद आनन-फानन में ठेकेदार ने डामर के तेल का छिड़काव करा दिया. लेकिन स्थानीय लोगों कि नजर में आते ही कर्मचारी मौके से नौ दो ग्यारह हो गए.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी 50 लाख की सड़क 30 साल से था सड़क का इंतजार
एमजीएस पुलिया से भवानीपुरा तक रोड काफी जर्जर हालत में थी. सड़क बनने से पहले तो स्थिति यह थी कि पूरी सड़क पर जगह-जगह गड्ढे थे. एक लंबी जद्दोजहद के बाद इस रोड पर निर्माण की स्वीकृति मिली और मार्च में इसका भूमि पूजन स्थानीय विधायक संजीव सिंह कुशवाह द्वारा किया गया, लेकिन कुछ समय बाद ही लॉकडाउन लग जाने की वजह से निर्माण कार्य ठंडे बस्ते में चला गया. जिसके बाद जब स्थानीय लोगों का दबाव बढ़ा तो 2 महीने पहले सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ और सड़क बनकर तैयार हो गई.
घटिया निर्माण की खुली पोल घटिया निर्माण की खुली पोलसड़क की हालत देखने के लिए ईटीवी भारत भी मौके पर पहुंचा, तो पाया कि सड़क पर सीमेंट धीरे-धीरे गायब हो चुका है, और सिर्फ गिट्टी ही नजर आ रही है. जोकि काफी खतरनाक है. क्योंकि यदि इस सड़क पर कोई व्यक्ति गिरता है, तो उसे बेहद गंभीर चोटें निश्चित आएंगी. इसके अलावा सड़क पर जगह-जगह दरारें आ गई हैं और गड्ढे हो चुके हैं. जो सड़क के घटिया निर्माण की पुष्टि कर रहा है.
गड्ढे छुपाने के लिए फर्निश ऑयल का छिड़काव गड्ढे छुपाने के लिए फर्निश ऑयल का छिड़कावस्थानीय लोगों ने बताया कि 2 महीने में ही सड़क की हालत खराब हो चुकी है. जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं. सड़क पर दरारें आ गई हैं. शायद यही वजह है कि ठेकेदार द्वारा अपने कर्मचारी भेजकर मशीन के जरिए सड़क पर फर्निश ऑयल का छिड़काव कराया गया, लेकिन स्थानीय लोगों के ऑब्जेक्शन के बाद कर्मचारी मौके से मशीन लेकर रवाना हो गए.
गारंटी 3 साल, पोल 2 महीने में खुल गईभवानीपुरा पर बनी नई सड़क 50 लाख की लागत से बनकर तैयार हुई है. प्रशासन के मुताबिक इस रोड की गारंटी 3 साल की है. ऐसे में वर्तमान में यह गारंटी पीरियड में है, लेकिन जायजा लेने पर ठेकेदार द्वारा कराए गए इस सड़क के निर्माण की घटिया क्वालिटी साफ नजर आ रही है. ऐसे में 3 साल की गारंटी वाली सड़क की पोल बनने के महज दो महीने बाद ही खुल गई.
स्थानीय विधायक पर भी आरोपस्थानीय लोगों से बातचीत करने पर एक व्यक्ति ने भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह पर भी गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक संजीव सिंह कुशवाहा ने इस सड़क का लोकार्पण किया था उन्होंने अपने लोगों को इसका टेंडर दिलाया और उन्हीं के लोगों के द्वारा यह निर्माण कार्य किया गया है. ऐसे में इस सड़क की पूरी जिम्मेदारी उनकी ही थी इस भ्रष्टाचार के लिए सबसे पहले वही दोषी है.
कलेक्टर बोले जांच कराएंगे
अक्सर जब जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से बात की जाती है तो समस्याओं से भरे मामलों में हमेशा की तरह रटे रटाए जवाब ही मिलते हैं. जब इस भ्रष्टाचार को भी लेकर भिंड कलेक्टर से बात हुई, तो उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें भी इस मामले की जानकारी लगी है. और अब जांच के आदेश भी दिए जा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह सड़क 3 साल की गारंटी पीरियड में है. ऐसे में गारंटी की भी अब जांच कराई जाएगी.