भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जारी की गई प्रदेश की पहली सूची में कई पुराने नेताओं के टिकट काट दिए गए हैं. बीजेपी ने इस बार कई नए प्रत्याशियों को मौका दिया है. कुछ नेताओं की सीट भी बदली गई है. जबकि कुछ का टिकट काटा गया है. जिसकी वजह से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में विरोध का भी सामना करना पड़ सकता है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि किसी का टिकट कटना कष्टदायक और दुखद होता है, लेकिन जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि टिकट कटता है तो सभी पूछते हैं कि टिकट क्यों काटा है. किसी का टिकट काटना कष्टदायक और दुखद होता है. सभी तरह की परिस्थितियों पर विचार करके ही टिकट निर्धारित किया जाता है. उन्होंने कहा कि टिकट के लिए कई तरह के सर्वे भी करवाए गए थे. कार्यकर्ता और जनता का फीडबैक लिया गया था. राजनीतिक, भौगोलिक परिस्थितियों के साथ सामाजिक और जातिगत परिस्थितियां भी ध्यान में रखकर ही टिकट वितरण होता है.
राकेश सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व आगे भी देश को मिलता रहना चाहिए और इसीलिए देश की जनता प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को एक बार फिर देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव केंद्रीय मुद्दों पर आधारित होता और केंद्रीय नेतृत्व पर आधारित होता है. राकेश सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि मध्य प्रदेश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 29 की 29 लोकसभा सीटें जीतने में बीजेपी कामयाब होगी. उन्होंने कहा कि 29 लोकसभा सीटों में से 26 लोकसभा सीट आज भी भारतीय जनता पार्टी के पास में है .
राकेश सिंह ने दिग्विजय सिंह को लेकर कहा कि वो हास्य के पात्र हो गए हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ उन्हें भोपाल से लड़ाना चाहते हैं लेकिन दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सबसे अचरज की बात यह है कि कांग्रेस आलाकमान इस बात की घोषणा करता उससे पहले ही मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कह दिया था कि वो चाहते हैं कि दिग्विजय सिंह भोपाल संसदीय क्षेत्र से ही चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भीतर जो भी चल रहा है वह सबके सामने आ रहा है कांग्रेस का नेतृत्व एकजुट नहीं है.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की सीट बदलने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व संगठन मजबूत है. उन्होंने कहा कि इस तरह के स्थान परिवर्तन पहले भी कई बार हुए हैं. नरेंद्र सिंह तोमर को ज्यादा कठिन क्षेत्र दिया गया है और हमें पूरी उम्मीद है कि मुरैना संसदीय क्षेत्र से हम भारी मतों से विजय हासिल करेंगे .