भोपाल। बीजेपी की तरफ से राज्यसभा के लिए दूसरे उम्मीदवार डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी के राज्यसभा चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है. इसलिए पार्टी ने सोलंकी के साथ रंजना बघेल को भी राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. अब उच्च शिक्षा विभाग ने सुमेर सिंह सोलंकी का इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं दोनों नेता
आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली रंजना बघेल भी राज्यसभा की टिकट की प्रबल दावेदार रही हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की दूसरी सूची में डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी का नाम देखकर लोग चौंक गए थे. बाद में मालूम पड़ा कि सोलंकी के नाम की सिफारिश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा की गई थी. जिसके चलते उन्हें राज्यसभा का टिकट मिला.
डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी शासकीय सेवा में आने से पहले वनवासी कल्याण आश्रम के लिए लंबे समय तक काम करते रहे. बीजेपी में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सोलंकी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया. सोलंकी ने शासकीय पद से इस्तीफा तो सौंप दिया. लेकिन अब तक उसे स्वीकार नहीं किया गया है. अगर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं होता तो राज्यसभा के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द हो सकती थी