भोपाल। भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर के मोबाइल पर किसी ने अज्ञात नंबर ने अश्लील फोटो और वीडियो भेजी हैं. फोन पर अश्लील बातें करने पर सांसद ने टीटी नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. वहीं पुलिस भी साइबर सेल की मदद से अपराधी की तलाश में जुट गई है. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर अश्लील फोटो आने के बाद एक बार फिर से एमपी में सेक्सटॉर्शन का मामला गरमा गया है. अब से पहले भी एमपी के कई नेता इसके शिकार हो चुके हैं. (Pragya Thakur received death threats)
साध्वी प्रज्ञा का क्या है मामला
रविवार शाम को सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के मोबाइल पर एक वीडियो कॉल आया. इसे उन्होंने अटेंड कर लिया. वीडियो कॉल में सामने जो युवती थी, वह अपने कपड़े उतारने लगी. इसके बाद सांसद ने तुरंत उस कॉल को डिस्कनेक्ट कर दिया. कुछ ही देर में दूसरे नंबर से उन्हें वह रिकॉर्डिंग किया हुआ वीडियो भेजा गया और पैसों की मांग की गई. तब तक सांसद इस पूरे मामले को समझ गईं. उन्होंने पैसा देने से इनकार कर दिया.
साध्वी ने थाने में दर्ज करायी एफआईआर
वीडियो भेजने के बाद सेक्सटॉर्शन का खेल शुरू हो गया. उन्हें लगातार धमकी मिलने लगीं. सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने तत्काल इस पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी. ज्यादातर मामलों में लोग पुलिस को सूचना नहीं देते हैं. इन ब्लैकमेलरो के शिकार हो जाते हैं. सांसद को दो अलग-अलग नंबरों से कॉल आया. पहली वीडियो कॉल थी, जबकि दूसरी कॉल में उन्हें रिकॉर्डेड अश्लील वीडियो भेजकर धमकी दी गई.
सेक्सटॉर्शन से बचने का तरीका
- किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें.
- अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से न जुड़ें.
- कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें.
- ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाएं.
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बदनामी के डर से सेक्सटॉर्शन के खिलाफ नहीं होती कंपलेंट
अधिकतर मामलों में यह देखा गया है कि यह एक सुनियोजित अपराध है, जिसमें लोग धोखे से फंस जाते हैं. बदनामी होने के डर से पुलिस को सूचना नहीं देते हैं जो कि गलत है. किसी के साथ भी यह घटना हो सकती है. पूर्व में भी साइबर अपराध अनुसंधान करने वाली साइबर टीम ने इस बारे में लोगों को जागरूक किया है कि वह किसी भी अनजान नंबर से आने वाले वीडियो कॉल को उठाने से बचें और यदि ऐसी कोई घटना आपके साथ हो जाती है, तो तत्काल उसकी सूचना पुलिस को दें. ताकि आप इस साइबर ठगी से बच सकें.
ऐसे होती है ब्लैकमेलिंग
साइबर अपराधी पहले अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल करते हैं. जिस नंबर से कॉल आता है, उसे अटैंड करने पर सामने न्यूड महिला दिखाई देती है. कॉल रिसीव करते ही साइबर अपराधी मोबाइल फोन का स्क्रीन शॉट्स ले लेते हैं या उसका वीडियो बना लेते हैं. जिससे कॉल करने वाले और कॉल रिसीव करने वाले की तस्वीरें कैद हो जाती हैं. इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का सिलसिला. अपराधी धमकी देता है कि अगर पीड़ित ने उसे पैसे नहीं दिए, तो वह उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा.