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'अगस्त ग्रहण' में अटल सहित डूब गये बीजेपी के तीन रत्नः प्रभात झा - prabhat jha said bjp

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि हमारी पार्टी को अगस्त माह का ग्रहण लग गया है. पिछले साल अगस्त महीने में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ था, जबकि इस बार बीजेपी के तीन रत्न, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और बाबूलाल गौर भी हमें छोड़कर चले गए.

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा
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Published : Aug 26, 2019, 7:14 PM IST

भोपाल। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के निधन पर प्रदेश बीजेपी कार्यालय में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कि हमारी पार्टी को ग्रहण लग गया है क्योंकि पिछले साल अगस्त महीने में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ था, इस साल भी इसी महीने में बीजेपी के तीन रत्न हमे छोड़कर चले गए.

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि जो आया है, उसका जाना तय है, लेकिन अनावश्यक रूप से निधन होना कहीं न कहीं पार्टी की क्षति को दर्शाता है. उन्होंने अरुण जेटली के साथ 32 साल काम किया है, जबकि गौर साहब के भी बेहद नजदीक रहे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से आया हुआ व्यक्ति भोपाल में मजदूरी करते-करते राष्ट्र की चिंता करने लगता है. बाबूलाल गौर का मजदूर से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करना वाकई में एक बहुत मेहनत कर जिंदा दिल व्यक्तित्व का उदाहरण है.
प्रभात झा ने कहा कि इन तीनों नेताओं का जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है क्योंकि उनके निधन से पार्टी में रिक्तता आई है. बीजेपी को अगस्त माह का ग्रहण लग गया है. इसी महीने में हमारे तीन नेता हमे छोड़कर चले गए.

भोपाल। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के निधन पर प्रदेश बीजेपी कार्यालय में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कि हमारी पार्टी को ग्रहण लग गया है क्योंकि पिछले साल अगस्त महीने में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ था, इस साल भी इसी महीने में बीजेपी के तीन रत्न हमे छोड़कर चले गए.

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि जो आया है, उसका जाना तय है, लेकिन अनावश्यक रूप से निधन होना कहीं न कहीं पार्टी की क्षति को दर्शाता है. उन्होंने अरुण जेटली के साथ 32 साल काम किया है, जबकि गौर साहब के भी बेहद नजदीक रहे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से आया हुआ व्यक्ति भोपाल में मजदूरी करते-करते राष्ट्र की चिंता करने लगता है. बाबूलाल गौर का मजदूर से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करना वाकई में एक बहुत मेहनत कर जिंदा दिल व्यक्तित्व का उदाहरण है.
प्रभात झा ने कहा कि इन तीनों नेताओं का जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है क्योंकि उनके निधन से पार्टी में रिक्तता आई है. बीजेपी को अगस्त माह का ग्रहण लग गया है. इसी महीने में हमारे तीन नेता हमे छोड़कर चले गए.
Intro: पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बाबूलाल गौर के निधन पर बीजेपी प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा अगस्त माह में हम स्वाधीनता दिवस मनाते हैं लेकिन यह माह मैं लगता है हमारी पार्टी के लिए ग्रहण सा लग गया है क्योंकि पिछले साल इसी अगस्त के समय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का निधन हुआ और उसके बाद लगातार तीन वरिष्ठ नेताओं का निधन हुआ।


Body:बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा अरुण जेटली और बाबूलाल गौर के बारे में अपने अनुभव साझा कर रहे थे। इस दौरान झा ने कहा अगर मैं हम स्वलीनता दिवस मनाते हैं लेकिन यह हमारे लगता है हमारी पार्टी के लिए ग्रहण सा लग गया है क्योंकि पिछले साल इसी अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का निधन हुआ था और हाल ही में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन हुआ है जो आया है वह जाएगा लेकिन अनावश्यक रूप से निधन होना कहीं ना कहीं क्षति को दर्शाता है इस दौरान उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली के साथ बिताए हुए उन लम्हों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि थी जो उन्होंने 32 साल के जीवन काल में उनके साथ साझा किए थे। तो वहीं बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि देते हुए झा ने कहा कि एक उत्तर प्रदेश से आया हुआ व्यक्ति भोपाल में मजदूरी करते करते याने पेट की चिंता करते करते राष्ट्र की चिंता करते हुए आगे बढ़ा और मजदूर से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करना वाकई में एक बहुत मेहनत कर जिंदा जली व्यक्तित्व का उदाहरण है


Conclusion:बीजेपी नेताओं के निधन पर जहां एक तरफ भोपाल भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने विवादित बयान दिया देते हुए कहा कि नेताओं का निधन विपक्ष की मारक शक्ति का उदाहरण है तो वही प्रभात जाने अगस्त के महीने को पार्टी के लिए ग्रहण का महीना बताया शायद यही वजह है कि उन्होंने कहा कि अगस्त के महीने में ही हमारे वरिष्ठ नेताओं का निधन हो रहा है


बाइट- प्रभात झा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष bjp
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