भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रहा हाईबोल्डेज सियासी ड्रामा पल-पल बदल रहा है. कभी कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आने लगता है, तो कभी बीजेपी का. कल रातभर राजधानी भोपाल में जमकर सियासी ड्रामा चला. कांग्रेस के एक विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे से कमलनाथ सरकार सकते में आ गई. तो चंद मिनटों बाद ही बीजेपी के दो विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल सीएम कमलनाथ से मिलने पहुंच गए.
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सियासी गलियारों में खबरे चल निकली की, नारायण त्रिपाठी और शरद कोल बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. लेकिन जैसे ही नारायण त्रिपाठी बैठक से बाहर निकले उन्होंने इस्तीफे देने की बात का खंडन कर दिया. नारायण त्रिपाठी ने कहा कि, वह अपने क्षेत्र के विकास कार्यों से लेकर सीएम कमलनाथ से मिलने गए थे.
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इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक माने जाने वाले श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के बयान ने इस सियासी ड्रामे को और हवा दे दी. उन्होंने कहा कि, कमलनाथ सरकार को फिलहाल तो कोई खतरा नहीं है. लेकिन जिस दिन सिंधिया की उपेक्षा हुई उस दिन इस सरकार पर ऐसे काले बादल छाएंगे जिसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता.
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वही बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव के दिल्ली रवाना हो गए. ये तीनों नेता अभी भी दिल्ली में मौजूद हैं. लेकिन प्रदेश में पल-पल बदल रहे सियासी समीकरणों से अब प्रदेश की सियासत लोगों की समझ से परे होती जा रही है. क्योंकि पिछले चार दिनों से चल रहा यह सियासी घमासान अब चरम पर आ गया है. मुख्यमंत्री ने सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं. तो बीजेपी के नेता भी दिल्ली में डटे हैं. ऐसे में अब प्रदेश की सियासत किस तरफ जाने वाली है किसी कोई अंदाजा नहीं.