भोपाल। मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को 27 फ़ीसदी किए जाने के मामले में श्रेय की राजनीति फिर से उफान पर है. पिछड़ा वर्ग संगठनों ने पूर्व सीएम कमलनाथ का सम्मान (obc organizations honored kamalnath) कर इस मामले में कांग्रेस को फिलहाल आगे कर दिया है. इस दौरान कमलनाथ ने भी दावा कर दिया कि कांग्रेस ने हमेशा ओबीसी का दिया साथ है. खास बात यह है कि मध्यप्रदेश में 50 फ़ीसदी से ज्यादा ओबीसी आबादी है. दोनों ही पार्टियां कांग्रेस हो या बीजेपी. ओबीसी को अपने पाले में कर 2023 में जीत का रास्ता तय कर लेना चाहते हैं. बीजेपी ने इस सम्मान समारोह (bjp called paid event) पर ही सवाल उठाए हैं. चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कमलनाथ ने खुद पैसे देकर खुद का ही सम्मान कराया है.
हम ओबीसी को उसका हक दिलाना चाहते हैं
मंगलवार को राजधानी भोपाल के मानस भवन में प्रदेश के दर्जनों पिछड़ा वर्ग संगठनों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का सम्मान किया. सम्मान से गदगद कमलनाथ ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण मैंने दिया. उन्होंने कहा जब मैनें ऐसा किया तो मंत्रालय के बड़े अधिकारियों ने इसका विरोध किया, लेकिन हम अपनी बात पर अड़े रहे और आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि मैं ओबीसी वर्ग को उसका हक दिलाना चाहता था.
मंदिर-मस्जिद से नहीं मिलता रोजगार
कमलनाथ ने पिछड़ा वर्ग के लिए किए गए कांग्रेस के काम गिनाते हुए नेहरू से लेकर खुद के किए कामों का जिक्र कर डाला. उन्होंने कहा कि सीएम रहते हुए मैंने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया. इसमें सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग के किसानों को इसका फायदा मिला. कमलनाथ ने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा चिंता ओबीसी वर्ग के सबसे ज्यादा युवा बेरोजगारों की है, जिन्हें रोजगार दिए बगैर उनके भविष्य का निर्माण संभव नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि मंदिर और मस्जिद से कभी रोजगार के अवसर नहीं पैदा होंगे, रोजगार केवल निवेश से आता है. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए नाथ ने कहा कि भाजपा केवल घोषणा करती आ रही है. उसे ये बताना चाहिए कि उसने 17 साल में ओबीसी वर्ग के लिए क्या किया है. पीएम नरेंद्र मोदी हर मुद्दे पर बात करते हैं लेकिन कभी ओबीसी वर्ग के हित को लेकर उन्होंने कोई बयान नहीं दिया.
आज देश की संस्कृति को बचाने की जरूरत
कमलनाथ ने कहा कि हम धर्म की राजनीति नहीं करते. हम भी मंदिर जाते हैं, लेकिन राजनीति के मंच पर धर्म को लेकर कभी नहीं आते. आज कांग्रेस को नहीं बल्कि देश की संस्कृति को बचाने की जरूरत है. ओबीसी वर्ग को कांग्रेस के साथ आना चाहिए कि अपील करते हुए कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ का साथ भले ही मत दीजिए लेकिन हम जिस सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं उसका हमें हर हाल में साथ देना चाहिए.
हमें राष्ट्रवाद ने पढ़ाए बीजेपी- कमलनाथ
सम्मान समारोह के दौरान बीजेपी पर हमलावर होते हुए नाथ ने कहा कि बीजेपी हमें राष्ट्रवाद का पाठ ना पढ़ाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के निर्माण में योगदान दिया है. पीएम मोदी और सीएम शिवराज जिस स्कूल में पढ़े हैं उसे कांग्रेस पार्टी नहीं बनवाया है. राष्ट्रवाद पर बीजेपी का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि आज कलाकारी की राजनीति पहचानने की जरूरत है. कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि भाजपा ओबीसी वर्ग की गुमराह करने की राजनीति कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा यह बताने को तैयार नहीं है कि उसने ओबीसी आरक्षण को लेकर क्या लाभ दिया है.
पैसे देकर खुद कराया अपना सम्मान
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ के इस समामान समारोह पर ही सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि कमलनाथ खुद ही पैसे देकर अपना सम्मान कराते हैं. कमलनाथ पर तंज कसते हुए सारंग ने कहा कि वे इतने बड़े नेता हैं कि यूपी चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक की सूची में उनका नाम तक नहीं था. अब जब यूपी चुनाव के दो चरण निकल चुके हैं अब क्या फायदा.