भोपाल/इंदौर। एनआईए के साथ मिलकर एमपी एसटीएफ ने पीएफआई के ठिकानों पर एक बार फिर ताबडतोड़ कार्रवाई कर 21 लोगों को गिरफ्तार किया है, भोपाल से एक आरोपी को पकड़ा गया है. पकड़े गए इन लोगों को एनआईए आज भोपाल कोर्ट में पेश करेगी, मध्यप्रदेश में एसटीएफ ने भोपाल के अलावा इंदौर, उज्जैन, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा में भी छापामार कार्रवाई की. पिछले दिनों की गई कार्रवाई में हुई गिरफ्तारी के बाद मिली लीड पर यह कार्रवाई की गई है, बताया जा रहा है कि इसमें जांच एजेंसियों को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं, पुलिस इनकी जांच कर रही है. PFI raids in mp
पीएफआई के हॉट स्पॉट बने इंदौर, उज्जैन सहित 5 जिले: बताया जा रहा है कि पूर्व में सिमी का गढ़ रहे मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में पीएफआई अपनी जड़ें फैला चुका है, पीएफआई के मामले में मध्यप्रदेश के 5 जिले इंदौर, उज्जैन, खंडवा, शिवपुरी और बुरहानपुर हॉट स्पॉट बन चुके हैं. इन पांच जिलों सहित करीब 25 जिलों में पीएफआई के सदस्यों की सक्रियता बनी हुई हैं, पिछले दिनों हुई छापामार कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार पीएफआई के 4 नेताओं के खातों की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है इनके खातों में फॉरेंन फंडिंग की जा रही थी, इनके जरिए प्रचारकों को हर माह वेतन दी जा रही थी, जिनका काम युवाओं को बरगलाने का था. NIA action on PFI Leaders in MP
भोपाल और इंदौर से 4 लोग हिरासत में: एनआईए की टीम ने भोपाल से इंदौर निवासी अब्दुल रउफ बेलिम और इंदौर में दबिश देते हुए पीएफआई से जुड़े हुए 3 लोगों को अपनी हिरासत में लेकर रवाना हुई है. इंदौर से हिरासत में लिए गए लोगों में तौसीफ अहमद, युसूफ मौलानी और दानिश शामिल हैं, फिलहाल कार्रवाई को गुप्त तरीके से अंजाम दिया गया है. इसके साथ ही आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में कुछ बड़े खुलासे होने की बात कही जा रही है. बता दें कि इससे पहले भी इंदौर में रहने वाले पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरी वाला और उसके साथ काम करने वाले जावेद बेलम और एक अन्य को हिरासत में लिया था. जिसके बाद आज एक बार फिर 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
एमपी दंगों में पीएफआई कनेक्शन की जांच: इसी के साथ खरगौन सहित मध्यप्रदेश के दूसरों स्थानों पर हुए दंगों में भी पीएफआई की भूमिका की जांच की जा रही है, इंदौर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना में भी पीएफआई की भूमिका संदिग्ध मिली थी. एसटीएफ ने मामलों में अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है.मध्यप्रदेश में पिछले साल 2021 में 9 और 2020 में 20 दंगे हुए थे.
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देश भर में चल रही कार्रवाई: पीएफआई के खिलाफ मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में कार्रवाई की जा रही है, पिछले दिनों एनआईए और ईडी ने कई स्थानों पर छापामार कार्रवाई की थी. एनआईए ने कार्रवाई के बाद मध्यप्रदेश में जांच के लिए एसटीएफ को मामला सौंप दिया है, शुरूआती जांच में मिले महत्वपूर्ण तथ्यों के बाद एसटीएफ और एनआईए ने प्रदेश के करीब 8 जिलों में छापामार कार्रवाई कर करीब दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं, पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि पीएफआई का मध्यप्रदेश के कई जिलों में जाल फैल चुका है, दूसरे राज्यों से आकर मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा था. प्रदेश में सक्रिय पीएफआई के सदस्य यहां लोगों को देश विरोध गतिविधियों को लेकर भ्रमिक करने का काम कर रहे थे, इसके लिए सदस्यों को मोटी रकम दी जा रही है.राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) समेत दूसरी एजेंसियों ने एक बार फिर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के देशभर के कई ठिकानों पर छापेमार की है. यह दूसरे राउंड की रेड बताई जा रही है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, केरल, गुजरात, कर्नाटक और असम में छापेमारी हो रही है.