भोपाल। मध्य प्रदेश को जल्द ही नए डीजीपी मिल सकते हैं, इस पद के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अफसरों के नामों पर चर्चा चल रही है. वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं. हालांकि तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने विवेक जौहरी को दो साल का एक्सटेंशन दिया था. लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार इस फैसले को पलटती है तो फिर नए डीजीपी की नियुक्ति होगी.
जिन तीन अफसरों के नाम डीजीपी पद के लिए चल रहे हैं उनमें सबसे प्रबल दावेदारी आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष और 1987 बैच के सीनियर आईपीएस अफसर विजय यादव की मानी जा रही है. वहीं अशोक दोहरे और पुरुषोत्तम शर्मा के नाम पर भी विचार किया जा रहा है. सीनियर आईपीएस अफसर अशोक दोहरे 1985 बैच के हैं तो वही पुरुषोत्तम शर्मा 1986 बैच के आईपीएस अफसर हैं. पुरुषोत्तम शर्मा हनी ट्रैप मामले को लेकर विवादों में रहे थे, जबकि वहीं अशोक दोहरे के नाम पर सहमति बनना थोड़ा मुश्किल है.
विवेक जौहरी को मिला था दो साल का एक्सटेंशन
मध्यप्रदेश के वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी को तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने 2 साल का एक्सटेंशन दिया था. लेकिन अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. इसलिए माना जा रहा है कि शिवराज सरकार पिछली सरकार के इस फैसले को भी पलट भी सकती है. अगर ऐसा होता है तो इसी महीने प्रदेश को नए डीजीपी मिल सकते हैं. लेकिन अगर बीजेपी ने यह फैसला नहीं बदला तो मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि जब एक्सटेंशन की बदौलत किसी डीजीपी का कार्यकाल चलेगा.
ये नाम डीजीपी की दौड़ से बाहर
अगर वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी रिटायर होते हैं तो नए डीजीपी की दौड़ में कई अधिकारी शामिल हैं. जिसमें 1984 बैच के आईपीएस अफसर मैथिलीशरण गुप्त और 1985 बैच के अफसर महान भारत सागर भी है. लेकिन यह दोनों अफसर इसी महीने रिटायर हो रहे हैं. इसलिए वे इस रेस से सीधे बाहर हो गए हैं. जबकि संजय चौधरी, वीके सिंह और संजय राणा भी साल 2021 में ही रिटायर हो रहे हैं. इन तीनों अफसरों का कार्यकाल 6 महीने का भी नहीं बचा है. लिहाजा इनके डीजीपी बनने की उम्मीद कम है. जबिक आईपीएस अफसर विजय यादव के नाम के साथ किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है इसलिए माना जा रहा है कि अगर विवेक जौहरी रिटायर होते हैं तो विजय यादव जी प्रदेश पुलिस के नए मुखिया बन सकते हैं.