भोपाल। भारत में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है. जिसका खौफ धीरे-धीरे लोगों के जहन में बैठता जा रहा है, आलम ये है कि मामूली सर्दी, खांसी या जुकाम पर भी लोग घबरा रहे हैं. कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया. क्योंकि बदलते मौसम के बीच सर्दी-खांसी भी तेजी से हो रहे हैं. ऐसे में लोग कोरोना वायरस के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं.
नॉर्मल सर्दी-जुखाम नहीं होता कोरोना वायरस
इन्ही सब मुद्दों पर मेट्रो ग्रुप हॉस्पिटल की न्यूरोंलाजिस्ट डॉक्टर सोनिया लाल ने, ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया, कि कोरोना के डर से इस वक्त लोग घबरा रहे हैं, लेकिन हमें ये समझना जरुरी है कि मामूली सर्दी-जुकाम कोरोना बीमारी नहीं है. डॉक्टर सोनिया लाल ने कहा कि नॉर्मल सद्री-जुखाम कोरोना वायरस नहीं होता है. इसलिए लोगों को डरने की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस में सूखी खांसी और बदन दर्द होता जो दो से तीन हफ्तों में असर दिखाता है.
मामूली सर्दी-जुखाम होने पर भी बरतें सावधानी
डॉक्टर सोनिया लाल ने कहा कि अगर किसी को मामूली सर्दी-जुकाम है, तब भी आप पूरी सावधानी बरतें. सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखें और तत्काल दवाइयां लें. वहीं बाहर जाने से बचे. कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, इसलिए डॉक्टर सोनिया कहती हैं कि हमें घर से कम बाहर निकलना चाहिए. क्योंकि ये बीमारी खांसने, छीकने से भी फैल रही है, इसके कीटाणु कई घंटो तक एक्टिव रहते हैं, इसलिए अनजान चीचों को छूने से बचे.
सावधानी ही बचाव का सबसे अच्छा उपाय
डॉ. सोनिया लाल ने कहा कि सावधानी ही कोरोना वायरस से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है. अपने हाथों को लगातार थोना चाहिए. मास्क पहनना चाहिए. क्योंकि नॉर्मल सर्दी, खांसी या जुखाम से हमें ये मानकर नहीं चलना है कि आपको कोरोना वायरस हो गया. लेकिन सावधानी रखनी जरुरी है. कोरोना से बचने के लिए हर वक्त हाईजीन बनाए रहें और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, हाथों को लगातार धोते रहें. ताकि कोरोना वायरस आपके आस-पास भी न भटके.