भोपाल। प्रदेश में होने जा रहे आईफा अवॉर्ड के आयोजन पर सियासत जारी है. सरकार की दलील है कि, इस आयोजन से मध्य प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, तो दूसरी तरफ बीजेपी ने सरकार पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाया है. ऐसे में आईफा अवार्ड आयोजन का मुद्दा प्रदेश की सियासत में गर्माता जा रहा है.
कांग्रेस का दावा 'बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार'
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है आईफा अवॉर्ड के माध्यम से पूरी दुनिया में भोपाल और इंदौर को लोग जानेंगे, इसके माध्यम से मध्यप्रदेश की ब्रॉन्डिंग होगी, जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि, सीएम कमलनाथ के प्रयासों से आयोजित हो रहा यह आईफा अवॉर्ड मध्य प्रदेश के विकास में सहायक साबित होगा.
बीजेपी ने साधा निशाना
वही आईफा आयोजन पर पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक नरोत्तम मिश्रा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आईफा से युवाओं को किस तरह से रोजगार मिलेगा, सरकार यह बता नहीं पा रही. नरोत्तम मिश्रा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, क्या प्रदेश के युवाओं को आईफा का टिकट खरीदने के लिए सरकार स्वरोजगार योजना के तहत लोन दिलाएगी.
बता दे कि, 27 से 29 मार्च तक आईफा अवार्ड इंदौर भोपाल में आयोजित किए जा रहे हैं, इसको लेकर सरकार ने करीब 700 करोड़ का फंड तय किया है. आईफा अवार्ड पर बीजेपी और कांग्रेस में हो रही बयानबाजी से यह मुद्दा प्रदेश की सियासत में गर्माता जा रहा है.