भोपाल। एक तरफ जहां कोरोना मरीजों को ठीक कर घर भेजने पर चिरायु अस्तपाल की तारीफ की जा रही है, वहीं अस्प्ताल की मनमानी भी सामने आ रही है. मामला एक निगमकर्मी से जुड़ा है, जिसने चिरायु हॉस्पिटल के संक्रमित कचरे को छांटने से मना किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया.
इन दिनों भोपाल नगर निगम चिरायु अस्पताल पर मेहरबान है, जिसका नतीजा है कि चिरायु अस्पताल के कचरे को प्लांट में निगम के कर्मचारियों से छंटवाया जा रहा है, जब एक कर्मचारी ने संक्रमित कचरा छांटने से मना किया तो उसे निगम के अधिकारियों ने नौकरी से ही निकाल दिया.
निगमकर्मी ने जोन-1 के HO रविकांत और सुपरवाइजर पर आरोप लगाया कि लंबे समय से वह चिरायु अस्पताल के मेडिकल वेस्ट को छांटने का काम कर रहा था, लेकिन अब जब संक्रमण ज्यादा हो रहा है और संक्रमण के डर से संक्रमित कचरा छांटने से मना किया तो उस पर कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया गया. जिससे उसने शासन से न्याय की मांग की है. निगम एचओ रविकांत का पहले से ही विवादों से नाता रहा है, इससे पहले उन पर ड्राइवरों से रिश्वत मांगने का आरोप लग चुका है.