भोपाल। मध्य प्रदेश में सीएम राइज स्कूल को आगे बढ़ाना और बच्चों के एग्जाम प्रॉपर तरीके से कराना शिक्षा विभाग का उद्देश्य है.यह कहना है स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का. 2021 की उलपब्धियां और 2022 की चुनौतियों पर ईटीवी भारत ने इंदर सिंह परमार (MP School Education 2021)से खास बातचीत की.
मंत्री जी का मूड
2021 में स्कूली बच्चों की पढ़ाई कोरोना की भेंट चढ़ गई. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने माना कि 2021 में पढ़ाई न के बराबर हुई. बच्चों को 2021 में बिना परीक्षा के ही पास कर दिया गया. लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए परीक्षा भी उतनी ही जरूरी है.स्कूल शिक्षा मंत्री ने माना कि मध्यप्रदेश में शिक्षा का स्तर कोरोना काल में थोड़ा डगमगा गया है. बच्चों को प्रॉपर शिक्षा नहीं मिल पाई, जो उनको मिलनी चाहिए थी.(inder singh parmar on education 2021 mp ) विभाग ने जो टारगेट कोविड के पहले रखा था, वो कोरोना के कारण पूरा नहीं कर पाया.
2022 का वादा
2022 में स्कूलों में तय समय पर परीक्षाएं हों, ये हमारा लक्ष्य है. परमार ने बताया कि सीएम राइजिंग स्कूल पर शिक्षा विभाग का पूरा फोकस है. शिक्षा मंत्री कहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा सीएम राइजिंग स्कूल प्रदेश में खुल सकें यही उनका अगला लक्ष्य है.
और क्या खास
ऑनलाइन और ऑफलाइन एग्जाम को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री का कहना था कि विभाग की यही कोशिश है कि बच्चों के ज्यादा से ज्यादा एग्जाम ऑफलाइन ही कराए जाएं. लेकिन कोविड का जिस तरह से कहर है उसको देखते हुए विभाग यह भी तैयारी कर रहा है कि(cm rising school scheme 2022) 2021 में ऑनलाइन कक्षाएं और एग्जाम कराए जाएं.
2023 चुनाव पर भी क्या बोले परमार
2023 के चुनाव को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि बीजेपी कैडर बेस पार्टी है. हर बूथ तक हमारा कार्यकर्ता की पहुंच रहती है. ऐसे में जनता का भरपूर प्यार और सहयोग उनके साथ है. परमार ने आने वाले चुनावों में जीत का दावा किया.