भोपाल। निकाय चुनावों के नतीजों के बाद बीजेपी ने मिशन 2023 (MP Mission 2023) के लिए आरएसएस की तर्ज पर संगठन में नई जमावट शुरू कर दी है, बीजेपी ने संघ की तर्ज पर क्षेत्रीय संगठन महामंत्री के पद की नियुक्ति की है. अब जल्द ही मध्यप्रदेश में तीन प्रांतीय संगठन मंत्री बनाए जा सकते हैं, इसके पीछे की वजह संगठन मंत्री को विधानसभा और लोकसभा चुनाव तक अपने कार्य क्षेत्र को समझने में आसानी होगी. बीजेपी ने पहली बार चार क्षेत्रीय संगठन महामंत्रियों की घोषणा की है, और इसके लिए बीजेपी ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी अजय जामवाल को दी है. (BJP has given responsibility to Ajay Jamwal)
क्या रहेगी प्रांतीय व्यवस्था: संघ ने मध्यप्रदेश को तीन भागों में विभाजित किया है, जिसमें मालवा अंचल, मध्य भारत प्रांत और महाकौशल आता है. मालवा में इंदौर उज्जैन संभाग तो महाकौशल में जबलपुर संभाग आता है, इसके साथ ही मध्य भारत में भोपाल और ग्वालियर को शामिल किया गया है. संघ की तर्ज पर बीजेपी सभी जगह प्रांतीय संगठन मंत्रियों की नियुक्ति करेगी, खास बात यह रहेगी कि इनका मुख्यालय संघ के प्रांतीय कार्यालय वाले जिलों में ही होगा.
मप्र में बीजेपी ने संगठन मंत्रियो को हटाया था: बीजेपी में संगठन मंत्रियों के भ्रष्टाचार और मनमानी के शिकायतों के चलते संगठन मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई, लेकिन अब इस बदलाव के बाद बीजेपी ने संघ की तर्ज पर क्षेत्रीय संगठन महामंत्री की तैनाती की है.
मिशन 2023 की तैयारी में भाजपा: बीजेपी 2003 में सत्ता में आई थी तब से लेकर अब तक पांच संगठन महामंत्री की तैनाती हो चुकी है और पिछले संगठन महामंत्री के कार्यकाल को छोड़ दिया जाए तो बाकी संगठन महामंत्री हो के कार्यकाल में बीजेपी को बंपर सफलता मिली. हालांकि सुहास भगत पार्टी को उतनी सफलता नहीं दिला पाए, उनके कार्यकाल के दौरान ही पार्टी 2018 का विधानसभा चुनाव हार गई थी. वहीं अब तक 18 साल में बीजेपी ने 9 अध्यक्ष देखे, 2018 के चुनाव राकेश सिंह की अध्यक्षता में हुए तो फरवरी 2020 में वी डी शर्मा अध्यक्ष बने. वी डी शर्मा के सामने अब बहुत चुनौतियां हैं, जिनसे उन्हें निपटना है. वहीं फरवरी में संगठन चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.