भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं. सभी तरह के राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक समारोहों की अब छूट दे दी गई है. प्रदेश में नाइट कर्फ्यू भी खत्म कर दिया गया है. लेकिन अब फिर से कोरोना का डर सताने लगा है. कम से कम रोजाना आ रहे (corona cases increasing in mp )आंकड़े तो यही बताते हैं.
6 दिन डबल डिजिट में आए कोरोना मरीज, आज थमी रफ्तार
पिछले छह दिनों से लगातार डबल डिजिट में कोरोना के मरीज सामने आ रहे थे. शुक्रवार को इसमें कुछ कमी आई है. आज प्रदेश में कोरोना के नौ नए मामले आए हैं. इनमें भोपाल में 6, इंदौर में 2 और नरसिंहपुर में 1 कोरोना का मरीज सामने आया है. (effect of ending corona ban)आज प्रदेश में 8 कोरोना रोगी स्वस्थ हुए हैं. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 0.01 फीसदी है. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना एक्टिव केसों की संख्या 103 है.
गुरुवार को 14 नए कोरोना मरीज मिले थे
इससे पहले गुरुवार को 14 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज (corona positive) मिले थे. गुरुवार को कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत (corona death mp) हो गई थी. मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 10,528 हो गया है.
कोरोना मरीजों का आंकड़ा 100 के पार
एमपी में कोरोना (corona in mp) ने एक बार फिर संक्रमण के आंकड़े को 100 पार कर दिया है. अब यहां एक्टिव केसों की संख्या 103 हो गई है. अब तक मध्य प्रदेश में 7,93,088 मरीज कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें कुल 10,528 लोगों की मौत हो चुकी है.
पिछले एक हफ्ते में 30 फीसदी बढ़े मरीज
एमपी में कोरोना के बढ़ते खतरे का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि 15 दिनों में रिपोर्ट किए गए सभी नए मामलों में से लगभग 30% पिछले 7 दिनों में ही सामने आए हैं. त्योहारी सीजन के बाद राज्य में कोविड -19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ते दिख रहे हैं. 7 नवंबर से 22 नवंबर के बीच राज्य में कुल 137 नए कोविड -19 मामले सामने आए. इन 137 मामलों में से 41 या 29% से अधिक मामले पिछले तीन दिनों में 20 नवंबर से 22 नवंबर के बीच सामने आए हैं.
ग्रामीण क्षेत्र में भी सामने आ रहे कोरोना केस
तीन जिले जहां पंद्रह दिन पहले कोई सक्रिय मामले नहीं थे, अब सक्रिय मामले सामने आए हैं .क्योंकि पिछले सप्ताह में वहां कम से कम एक नया मामला सामने आया था.
दमोह में 15 दिन पहले कोई सक्रिय मामला नहीं था, वहां अब 22 नवंबर तक कम से कम 11 सक्रिय मामले आ चुके हैं. इसी तरह, शहडोल में कोई सक्रिय मामला नहीं था, लेकिन 21 नवंबर को दो नए मामले सामने आए. बड़वानी जिले में भी कोई सक्रिय मामला नहीं था, लेकिन 19 नवंबर को एक मामला सामने आया था.
नया कोविड स्ट्रेन 'बी.1.1.1.529' डेल्टा से भी अधिक घातक
कोविड-19 महामारी और 18-20 महीनों के लॉकडाउन के बाद दुनिया फिर से खुल गई है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट - बी.1.1.1.529 ने एक बार फिर से चिंताएं बढ़ा दी है. इस नए वेरिएंट ने वैज्ञानिक समुदाय को और विश्वभर में लोगों को फिर से चिंतित कर दिया है, क्योंकि जानकारों को लगता है कि यह डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा तेज रफ्तार से फैलता है (delta variant of covid 19) और यह वैक्सीन को चकमा दे सकता है. यानी इस पर वैक्सीन बेअसर है.
दक्षिण अफ्रीका में इस वेरिएंट के 100 से अधिक मामलों का पता चला है, जहां नया स्ट्रेन धीरे-धीरे तेजी से फैलता जा रहा है.
दक्षिण अफ्रीका में हुई नए वैरिएंट की पहचान
इस सप्ताह पहली बार इस वेरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई. यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के देशों में फैल गया है. यहां पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोग भी इससे संक्रमित हो गए हैं. बोत्सवाना में चार और दक्षिण अफ्रीका में 100 से अधिक मामलों को इस नए वायरस से जोड़कर देखा गया है. कोरोना के नए वेरिएंट का नाम बी.1.1.529 है जिसे 'बोत्सवाना वेरिएंट' भी कहा जा रहा है.
क्यों अब बढ़ गई चिंता
- दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 'बी.1.1.1.529' वेरिएंट में वैज्ञानिकों की अपेक्षा कई अधिक उत्परिवर्तन हैं, विशेष रूप से एक गंभीर तीसरी लहर के बाद, जो डेल्टा वेरिएंट (delta variant of covid 19) द्वारा संचालित थी. कई उत्परिवर्तन इम्यून इवेसन और ट्रांसमिसिबिलिटी के लिए चिंता का विषय हैं.
- बी.1.1.1.529 अपने स्पाइक प्रोटीन में उच्च संख्या में उत्परिवर्तन करता है, जो मानव शरीर में कोशिकाओं में वायरस के प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. बी.1.1.1.529 वैरिएंट में कुल मिलाकर 50 म्यूटेशन हैं, जिसमें अकेले स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक म्यूटेशन शामिल हैं जो कि अधिकांश वर्तमान कोविड टीकों का लक्ष्य है.
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि नए वेरिएंट के प्रभाव को समझने में कुछ सप्ताह लगेंगे. वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह अब तक का सबसे भारी उत्परिवर्तित वेरिएंट है, जिसका अर्थ है कि टीके, जो चीन में वुहान से मूल तनाव का उपयोग करके डिजाइन किए गए थे, हो सकता है कि वे उतने प्रभावी न हों. डब्ल्यूएचओ ने बी.1.1.529 पर चर्चा करने और यह तय करने के लिए एक बैठक बुलाई है कि क्या इसे आधिकारिक तौर पर चिंता का एक प्रकार नामित किया जाएगा.
- इस सप्ताह पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पहचाना गया, यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के देशों में फैल गया है. इजराइल ने 'मलावी से लौटे एक व्यक्ति में' बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के साथ एक कोविड-19 वेरिएंट के मामले की पहचान की है. हांगकांग में दो मामलों का पता चला है. भारत ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग के यात्रियों की कठोर जांच का आहवान किया है.
- अभी भी वैरिएंट की उत्पत्ति के बारे में अटकलें चल रही हैं. लंदन स्थित यूसीएल जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के निदेशक फ्रेंकोइस बेलौक्स के अनुसार, नया स्ट्रेन 'एक प्रतिरक्षा-समझौता व्यक्ति के पुराने संक्रमण के दौरान संभवत: एक अनुपचारित एचआईवी/एड्स रोगी में विकसित होने की संभावना है'.