भोपाल। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार प्राकृतिक खेती की सलाह दे रही हैं. इस कदम को आगे बढ़ाते हुए हिमाचल और गुजरात की तर्ज पर शिवराज सरकार भी प्राकृतिक कृषि विकास बोर्ड (Natural agriculture development board in MP) बनाएगी. यह ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने किया है. उन्होंने कहा कि, कृषि विभाग के “आत्मा” से जुड़े अमले को प्रशिक्षित किया जाएगा. मध्यप्रदेश की टीम हिमाचल प्रदेश और गुजरात जाकर प्राकृतिक कृषि के सफल प्रयोगों को देखेगी.
बोर्ड गठित करने वाला नया राज्य होगा एमपी : सीएम चौहान ने बताया कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत (Gujarat Governor Acharya Devvrat) का मार्गदर्शन मध्यप्रदेश के कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होगा. भोपाल में हुई कार्यशाला में राज्यपाल ने गुजरात में डांग जिले के पॉयलट प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी थी. वहां पर प्राकृतिक कृषि में रूचि रखने वाले किसानों को प्रशिक्षण, ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन, उसके शुल्क की प्रतिपूर्ति और मार्केटिंग सपोर्ट दिया जा रहा है. मध्यप्रदेश इस क्रम में यह बोर्ड गठित करने वाला नया राज्य होगा.
जानें कैसा होगा बोर्ड : बोर्ड में मुख्यमंत्री शिवराज की अध्यक्षता में अन्य मंत्री शामिल होगें. राज्य स्तर पर टास्क फोर्स भी कार्य कर सकता है. जिसके अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे. इसके अलावा आत्मा परियोजना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी को एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर का जिम्मा सौंपा जा सकता है. बोर्ड के प्रमुख कार्यों में आत्मा से जुड़े स्टाफ को प्रशिक्षित करने, किसानों को क्षेत्र भ्रमण करवाने, प्रदर्शनी और प्रचार-प्रसार करने के कार्य शामिल हैं. प्राकृतिक कृषि करने वाले किसानों के सहयोग से विभिन्न प्रोसेसिंग यूनिट भी प्रारंभ करने की व्यूह रचना बनाई जाएगी.
(Shivraj singh chouhan announcement) (Natural agriculture development board in MP)