- विधानसभा की कार्यवाही का बढ़ाया गया समय.
- साढ़े तीन घंटे बढ़ाया गया समय.
- सुबह 11 बजे से शाम 7:30 बजे तक चलेगी सदन की कार्यवाही.
- लंच ब्रेक को किया गया खत्म.
MP Assembly Monsoon session: विधानसभा की कार्यवाही का बढ़ाया गया समय, अब नहीं मिलेगा लंच ब्रेक - Monsoon Session 2022 Live
13:34 September 13
विधानसभा की कार्यवाही का बढ़ाया गया समय
12:19 September 13
विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा स्थगित
- लहसुन प्याज के दाम में गिरावट को लेकर कांग्रेस का विरोध.
- विधानसभा के बाहर फेंका लहसुन प्याज.
- विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा स्थगित.
- कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई विधानसभा.
12:04 September 13
लहसुन प्याज की बोरियां कांधे पर लादकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
- लहसुन प्याज की बोरियां कांधे पर लादकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
- जीतू पटवारी कुणाल चौधरी समेत कई विधायक पहुंचे विधानसभा
- सुरक्षा कर्मियों ने विधायकों को विधानसभा के गेट के बाहर रोका
- सुरक्षाकर्मियों और विधायकों के बीच धक्का-मुक्की
- लहसुन प्याज के दाम में गिरावट का कर रहे विरोध
11:20 September 13
मानसून सत्र के दौरान 2 संगठनो ने दी विधानसभा घेराव की चेतावनी
- विधानसभा मानसून सत्र के दौरान प्रदेश के 2 संगठनो ने दी है विधानसभा घेराव की चेतावनी
- अध्यापक संघ भोपाल के पास चोपड़ा में हो रहा एकत्रित,
- आज से हड़ताल और घेराव की है चेतावनी
- हड़ताल को रोकने स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किए आदेश
- हड़ताल में शामिल होने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
- दूसरी ओर आशा कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर पहुंची भोपाल
- स्टेशन से ही पुलिस ने किया गिरफ्तार
08:43 September 13
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आगाज
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज 13 सितंबर मंगलवार से शुरू हो रहा है. इस पांच दिवसीय सत्र में पांच बैठकें होंगी, जिनके हंगामेदार होने की प्रबल संभावना है. इस सत्र में शिवराज सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ढाई हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी, इसे लेकर विपक्षी कांग्रेस, भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी में है. सोमवार रात भाजपा और कांग्रेस ने अलग-अलग बैठकें कीं, और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
इन मुद्दों को उठाएगी कांग्रेस: मप्र कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने सोमवार रात को हुई बैठक में पार्टी विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे किसानों, भ्रष्टाचार, कुपोषण, बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा, यूरिया वितरण में अनियमितता और बांधों के निर्माण और खराब कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को उठाएंगे.
जल्द खत्म हो सकता है मानसून सत्र: पहले यह सत्र 25 जुलाई से होना था, लेकिन इसे पुनर्निर्धारित किया गया था. इसे लेकर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सोमवार को शिवराज सिंह चौहान सरकार पर छोटा सत्र रखकर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया है.सज्जन वर्मा ने कहा, "हर विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों को उठाना चाहता है, लेकिन उसे पर्याप्त समय नहीं मिलेगा. संसद सत्र एक महीने से अधिक समय तक चलता है, लेकिन एमपी विधानसभा का मानसून सत्र सिर्फ पांच दिनों का होगा." इसी बीच यह भी आशंका जताई जा रही है कि विधानसभा का सत्र सिर्फ दो दिनों में अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो सकता है.
कांग्रेस की गलत नीतियों का परिणाम महंगाई और बेरोजगारी: भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि, "सत्र की अवधि के बारे में फैसला सर्वदलीय बैठक में लिया जाता है. महंगाई और बेरोजगारी पिछली कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों का परिणाम है."
एमपी विधानसभा के मानसून सत्र की अपडेट के लिए जुड़े रहिए ईटीवी भारत मध्यप्रदेश के साथ...
13:34 September 13
विधानसभा की कार्यवाही का बढ़ाया गया समय
- विधानसभा की कार्यवाही का बढ़ाया गया समय.
- साढ़े तीन घंटे बढ़ाया गया समय.
- सुबह 11 बजे से शाम 7:30 बजे तक चलेगी सदन की कार्यवाही.
- लंच ब्रेक को किया गया खत्म.
12:19 September 13
विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा स्थगित
- लहसुन प्याज के दाम में गिरावट को लेकर कांग्रेस का विरोध.
- विधानसभा के बाहर फेंका लहसुन प्याज.
- विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा स्थगित.
- कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई विधानसभा.
12:04 September 13
लहसुन प्याज की बोरियां कांधे पर लादकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
- लहसुन प्याज की बोरियां कांधे पर लादकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
- जीतू पटवारी कुणाल चौधरी समेत कई विधायक पहुंचे विधानसभा
- सुरक्षा कर्मियों ने विधायकों को विधानसभा के गेट के बाहर रोका
- सुरक्षाकर्मियों और विधायकों के बीच धक्का-मुक्की
- लहसुन प्याज के दाम में गिरावट का कर रहे विरोध
11:20 September 13
मानसून सत्र के दौरान 2 संगठनो ने दी विधानसभा घेराव की चेतावनी
- विधानसभा मानसून सत्र के दौरान प्रदेश के 2 संगठनो ने दी है विधानसभा घेराव की चेतावनी
- अध्यापक संघ भोपाल के पास चोपड़ा में हो रहा एकत्रित,
- आज से हड़ताल और घेराव की है चेतावनी
- हड़ताल को रोकने स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किए आदेश
- हड़ताल में शामिल होने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
- दूसरी ओर आशा कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर पहुंची भोपाल
- स्टेशन से ही पुलिस ने किया गिरफ्तार
08:43 September 13
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आगाज
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज 13 सितंबर मंगलवार से शुरू हो रहा है. इस पांच दिवसीय सत्र में पांच बैठकें होंगी, जिनके हंगामेदार होने की प्रबल संभावना है. इस सत्र में शिवराज सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ढाई हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी, इसे लेकर विपक्षी कांग्रेस, भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी में है. सोमवार रात भाजपा और कांग्रेस ने अलग-अलग बैठकें कीं, और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
इन मुद्दों को उठाएगी कांग्रेस: मप्र कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने सोमवार रात को हुई बैठक में पार्टी विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे किसानों, भ्रष्टाचार, कुपोषण, बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा, यूरिया वितरण में अनियमितता और बांधों के निर्माण और खराब कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को उठाएंगे.
जल्द खत्म हो सकता है मानसून सत्र: पहले यह सत्र 25 जुलाई से होना था, लेकिन इसे पुनर्निर्धारित किया गया था. इसे लेकर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सोमवार को शिवराज सिंह चौहान सरकार पर छोटा सत्र रखकर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया है.सज्जन वर्मा ने कहा, "हर विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों को उठाना चाहता है, लेकिन उसे पर्याप्त समय नहीं मिलेगा. संसद सत्र एक महीने से अधिक समय तक चलता है, लेकिन एमपी विधानसभा का मानसून सत्र सिर्फ पांच दिनों का होगा." इसी बीच यह भी आशंका जताई जा रही है कि विधानसभा का सत्र सिर्फ दो दिनों में अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो सकता है.
कांग्रेस की गलत नीतियों का परिणाम महंगाई और बेरोजगारी: भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि, "सत्र की अवधि के बारे में फैसला सर्वदलीय बैठक में लिया जाता है. महंगाई और बेरोजगारी पिछली कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों का परिणाम है."
एमपी विधानसभा के मानसून सत्र की अपडेट के लिए जुड़े रहिए ईटीवी भारत मध्यप्रदेश के साथ...