भोपाल। कांग्रेस ने पोषण आहार मामले में सीधे मुख्यमंत्री के वक्तव्य पर जताई आपत्ति. कांग्रेस ने कहा मुख्यमंत्री के वक्तव्य के पहले कांग्रेस की बात भी सदन में आनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सबसे पहले विपक्ष की बात सदन में आनी चाहिए सरकार आखिर इतनी भयभीत क्यों है.
भोपाल। सदन के नेता शिवराज सिंह ने कहा कि पोषण आहार मामले में खुद आगे आकर जवाब देने का निर्णय लिया है इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार चर्चा से भाग रही है. कमलनाथ ने सदन में कहा कि जब भी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय घटना होती है तो शुरू में ही प्रधानमंत्री मामले की जानकारी देते हैं लेकिन आज की इसलिए है कि 15 स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं अब या तो अध्यक्ष इसे स्वीकार करें या अस्वीकार करें.
भोपाल। कमलनाथ ने कहा कि मेरी चिंता यह है कि अगर हम मुख्यमंत्री के बाद कुछ कॉन्ग्रेस बोलेगी तो उसका जवाब कौन देगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले को लेकर प्रदेश में भ्रम फैलाया जा रहा हूं उसको लेकर यदि यदि सदन का नेता के तौर पर मैं कुछ बोलना चाहूं तो इसमें कांग्रेस को आपत्ति क्या है.
भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की विधानसभा का ऐसा कोई भी उदाहरण नहीं है जिसमें स्थगन पर सीधा मुख्यमंत्री का जवाब आया हो. सदन में मुख्यमंत्री का कुपोषण के मामले पर वक्तव्य शुरु. कांग्रेस ने वक्तव्य का किया विरोध सदन में कांग्रेस की जमकर नारेबाजी.