भोपाल। शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों में अकेले कमल पटेल हैं, जो अपने विभाग के फैसलों से ज्यादा वायरल हुए वीडियो के साथ चर्चा में आते हैं. मंत्री कमल पटेल द्वारा देवास के सतवास नगर पालिका परिषद के शपथ समारोह में दिए गए भाषण में डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की आहट को सुना जा सकता है. नगर पालिका परिषद के शपथ समारोह को मंत्री जी ने जनता दरबार में तब्दील कर दिया.
जनता की समस्याएं पूछी : सीएम शिवराज के अंदाज़ में मौके पर ही मंत्री कमल पटेल ने जनता से उनकी ज़रूरतों और अधिकारियों से यूरिया की उपलब्धता को लेकर जानकारी मांगी. इसके बाद कृषि मंत्री ने अधिकारी को तल्ख लहजे में पहले सरकारी योजनाओं को लेकर चेताया. कहा कि कोई भी हितग्राही रह गया तो तुम्हारी तनख्वाह से हितग्राहियों के हिस्से के पैसे काटूंगा. जितने हितग्राही उतने हजार रुपए काटेंगे. फिर कहा कि जैसे मोदी जी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा. उसी तरह जो गड़बड़ करेगा उसको उल्टा लटका देंगे. सीधे जेल भिजवा देंगे. कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों को हुए खाद यूरिया डीएपी के संकट को लेकर भी सख्ती दिखाई. उन्होने भरोसा दिलाया कि किसानों को खाद, यूरिया, डीएपी की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
कांग्रेस ने बताया नौटंकी : कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने कृषि मंत्री कमल पटेल के इस बयान को अधिकारियों पर चुनाव पहले दबाव बनाने का दांव बताया है. उनके मुताबिक मंत्री अपनी गलतियों का ठीकरा बेचारे अधिकारियों के सिर फोड़ रहे हैं. अधिकारी कहां से फंड लाएगा और अपनी तनख्वाह से क्यों देगा. सरकारी तंत्र में जब ऊपर से हितग्राही के लिए पैसा नहीं आ रहा तो अधिकारी से ऐसी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर उन्हे डराना धमकाना सरासर गलत है. यादव ने कहा कि असल में चुनाव के पहले ये जनता के बीच में नौटंकी की जा रही है और अधिकारियों को अभी से प्रेशर में लाया जा रहा है.