भोपाल। राजधानी भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में सात करोड़ की लागत से भवन का निर्माण हो रहा है, इसके तहत 39 फीट के तीन मंजिला भवन तैयार किया जा रहा है, लेकिन इसपर मिंटो हॉल प्रशासन ने आपत्ति दर्ज कराई है, जिसके बाद से इसके निर्माण पर रोक लगा दी गई है. एमबीएम कॉलेज के बगल में मिंटो हॉल है, जिसकी खूबसूरती राजधानी की पहचान है. कॉलेज की बिल्डिंग में अगर तीसरा फ्लोर तैयार होता है, तो मिंटो हॉल के सामने से लेकव्यू का नजारा दिखाई नहीं देगा. इसी वजह से एमपी टूरिज्म के अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई है और कॉलेज की बिल्डिंग दूसरी जगह बनाने की सलाह दी है.
7 करोड़ की लागत से बनना है लैब
कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि, 'कॉलेज की जमीन पर अगर बिल्डिंग बन रही है, तो इससे एमपी टूरिज्म के अधिकारियों को क्यों आपत्ति हो रही है'. उनका कहना है कि, 'यह कॉलेज की जगह है, फिर चाहे वो तीन मंजिला बिल्डिंग बनाएं या फिर 4 मंजिल, इससे मिंटो हॉल का लुक कैसे खराब हो सकता है'.
मिंटो हॉल का लुक होगा खराब
वहीं एमपी टूरिज्म के अधिकारियों का कहना है कि, इस बिल्डिंग के तैयार होने से मिंटो हॉल में आने वाले लोगों के आनंद में बाधा आएगी. लैब के लिए बन रहे भवन से छोटे तालाब की ओर दिखने वाला व्यू खराब हो जाएगा, इसके लिए इस भवन को दो मंजिला या ग्राउंड फ्लोर तक ही सीमित किया जाना चाहिए.
कॉलेज प्रबंधन में आक्रोश
एमपी टूरिज्म ने कॉलेज की नई बिल्डिंग के बनने पर आपत्ति जताई, तो कॉलेज प्रबंधन भी अपनी जिद पर अड़ गया है. महाविद्यालय के प्राचार्य महेंद्र सिंह का कहना है कि, हमारे कॉलेज के अंदर बिल्डिंग तैयार हो रही है और इस बिल्डिंग से हजारों छात्रों का भविष्य जुड़ा हुआ है, बिल्डिंग में जो लैब तैयार की जाएगी, उससे हजारों छात्रों को लाभ मिलेगा. एमपी टूरिज्म को छात्रों के भविष्य के साथ खेलने का कोई हक नहीं है.