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उमंग सिंघार ने खुद को PCC चीफ की रेस से बताया बाहर, कहा- कभी नहीं मांगा पद

सीएम कमलनाथ से मुलाकात के बाद वन मंत्री उमंग सिंघार अब कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान जानता है कि मैने पार्टी से कभी कोई पद नहीं मांगा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पहले सब सही था और अब भी सब सही है.

वन मंत्री उमंग सिंघार
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Published : Sep 4, 2019, 5:14 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री उमंग सिंघार के बीच चल रहा घमासान अभी खत्म नहीं हुआ है. सिंघार ने कहा कि उन्हें जो भी कुछ कहना था, वह सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं. लेकिन कांग्रेस हाईकमान जानता है कि सिंघार ने कभी कोई पद नहीं मांगा, मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा किया है.

उमंग सिंघार ने खुद को PCC चीफ की रेस से बताया बाहर

वन मंत्री ने खुद को कांग्रेस प्रदेश अक्ष्यक्ष की रेस से बाहर बताया है. सिंघार ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मजबूत है. उसे कोई खतरा नहीं है. वहीं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के बयान पर उन्होंने कहा कि वे हमारे कैबिनेट के साथी हैं. इससे ज्यादा उनके बारे में मुझे कुछ भी नहीं कहना है. हालांकि इस दौरान सिंघार एक बार फिर दिग्विजय सिंह पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आएं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पार्टी में सब पहले भी ठीक था और अब भी सब ठीक है.

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर पिछले तीन दिनों से लगातार तीखे तेवर दिखा रहे हैं. विवाद की शुरुआत दिग्विजय सिंह के द्वारा मंत्रियों को लिखे गए पत्र को लेकर हुई थी, इसको लेकर उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया था कि दिग्गी राजा ही पर्दे के पीछे से सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं. जिसकी शिकायकत उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखकर की है.

उमंग सिंघार के तीखे तेवरों के बात सीएम कमलनाथ ने उन्हें तलब भी किया. जहां उन्होंने सीएम हाउस पर कमलनाथ से मुलाकात की. हालांकि चर्चा के बाद वन मंत्री ने बयानबाजी पर विराम लगा दिया है. जब उनसे इस मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कहना था, सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं.

भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री उमंग सिंघार के बीच चल रहा घमासान अभी खत्म नहीं हुआ है. सिंघार ने कहा कि उन्हें जो भी कुछ कहना था, वह सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं. लेकिन कांग्रेस हाईकमान जानता है कि सिंघार ने कभी कोई पद नहीं मांगा, मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा किया है.

उमंग सिंघार ने खुद को PCC चीफ की रेस से बताया बाहर

वन मंत्री ने खुद को कांग्रेस प्रदेश अक्ष्यक्ष की रेस से बाहर बताया है. सिंघार ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मजबूत है. उसे कोई खतरा नहीं है. वहीं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के बयान पर उन्होंने कहा कि वे हमारे कैबिनेट के साथी हैं. इससे ज्यादा उनके बारे में मुझे कुछ भी नहीं कहना है. हालांकि इस दौरान सिंघार एक बार फिर दिग्विजय सिंह पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आएं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पार्टी में सब पहले भी ठीक था और अब भी सब ठीक है.

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर पिछले तीन दिनों से लगातार तीखे तेवर दिखा रहे हैं. विवाद की शुरुआत दिग्विजय सिंह के द्वारा मंत्रियों को लिखे गए पत्र को लेकर हुई थी, इसको लेकर उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया था कि दिग्गी राजा ही पर्दे के पीछे से सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं. जिसकी शिकायकत उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखकर की है.

उमंग सिंघार के तीखे तेवरों के बात सीएम कमलनाथ ने उन्हें तलब भी किया. जहां उन्होंने सीएम हाउस पर कमलनाथ से मुलाकात की. हालांकि चर्चा के बाद वन मंत्री ने बयानबाजी पर विराम लगा दिया है. जब उनसे इस मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कहना था, सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं.

Intro:भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात के बाद वन मंत्री उमंग सिंगार के तेवर नरम हो गए हैं। उन्होंने दिग्विजय सिंह एपिसोड को लेकर अब अपनी जुबान पर ताला लगा लिया है। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा की उन्हें जो भी कहना था वह मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में नहीं है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मजबूत है।


Body:पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लेकर पिछले 3 दिनों से वन मंत्री उमंग सिंगार लगातार तीखे तेवर दिखा रहे थे। विवाद की शुरुआत दिग्विजय सिंह द्वारा मंत्रियों को लिखे गए पत्र को लेकर हुई थी, इसको लेकर उमंग सिंगार ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया था कि भी पर्दे के पीछे से सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं। उमंग सिंगार ने दिग्विजय सिंह द्वारा किए जा रहे हस्तक्षेप को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा था। लगातार बढ़ रही विवाद के बाद देर रात वन मंत्री उमंग सिंगार की मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा हुई। हालांकि चर्चा के बाद वन मंत्री उमंग सिंगार ने बयानबाजी पर विराम लगा दिया है। मीडिया द्वारा बार-बार पूछे जाने पर उन्होंने सिर्फ यही कहा कि उन्हें जो कुछ कहना था वह मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने कह चुके हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में नहीं है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी में पहली भी सब कुछ ठीक था और अभी सब कुछ ठीक है।


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