भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री उमंग सिंघार के बीच चल रहा घमासान अभी खत्म नहीं हुआ है. सिंघार ने कहा कि उन्हें जो भी कुछ कहना था, वह सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं. लेकिन कांग्रेस हाईकमान जानता है कि सिंघार ने कभी कोई पद नहीं मांगा, मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा किया है.
वन मंत्री ने खुद को कांग्रेस प्रदेश अक्ष्यक्ष की रेस से बाहर बताया है. सिंघार ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मजबूत है. उसे कोई खतरा नहीं है. वहीं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के बयान पर उन्होंने कहा कि वे हमारे कैबिनेट के साथी हैं. इससे ज्यादा उनके बारे में मुझे कुछ भी नहीं कहना है. हालांकि इस दौरान सिंघार एक बार फिर दिग्विजय सिंह पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आएं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पार्टी में सब पहले भी ठीक था और अब भी सब ठीक है.
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर पिछले तीन दिनों से लगातार तीखे तेवर दिखा रहे हैं. विवाद की शुरुआत दिग्विजय सिंह के द्वारा मंत्रियों को लिखे गए पत्र को लेकर हुई थी, इसको लेकर उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया था कि दिग्गी राजा ही पर्दे के पीछे से सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं. जिसकी शिकायकत उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखकर की है.
उमंग सिंघार के तीखे तेवरों के बात सीएम कमलनाथ ने उन्हें तलब भी किया. जहां उन्होंने सीएम हाउस पर कमलनाथ से मुलाकात की. हालांकि चर्चा के बाद वन मंत्री ने बयानबाजी पर विराम लगा दिया है. जब उनसे इस मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कहना था, सीएम कमलनाथ के सामने कह चुके हैं.