भोपाल। 21 जून से शुरू हुए वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले ही दिन मध्यप्रदेश रिकॉर्ड 16 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन करके नंबर वन राज्य बन गया. प्रदेश की यह उपलब्धि कोरोना की तीसरी लहर से लड़ी जाने वाली संभावित लड़ाई का सबसे बड़ा हथियार होगी. मौजूदा हालात में प्रदेश में कोरोना का संक्रमण लगभग काबू में है. संक्रमण दर यहां काफी कम है वहीं रिकवरी रेट भी बढ़कर 91 फीसदी के करीब पहुंच चुकी है. प्रदेश में अबतक 1.45 करोड़ लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है. बावजूद इसके ग्रामीण इलाकों में महाअभियान के दौरान भी वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों में उत्साह नहीं दिखाई दिया. यही वजह है कि महाअभियान से पहले लोगों को वैक्सीनेशन कराने की समझाइश देने वाले अधिकारी अब सख्ती पर उतर आए हैं.
क्या है वैक्सीनेशन की मौजूदा स्थिति
- मध्यप्रदेश में 21 जून को वैक्सीनेशन अभियान में देशभर में सबसे ज्यादा एक दिन में 16 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई.
- प्रदेश में अब तक 1.45 करोड़ लोग को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है.
- प्रदेश में 21 जून तक कुल 1.66 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है.
- 21 लाख लोगों को दोनो डोज लग चुके हैं.
- महा वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन सरकार ने 10 लाख डोज लगाने का टारगेट रखा था.
- इसके लिए प्रदेश को वैक्सीन के 19 लाख डोज मिले थे.
क्या है सरकार का आगे का प्लान
- 21 जून से शुरू हुआ वैक्सीनेशन महा अभियान 30 जून तक चलेगा.
- इन 12 दिनों में करीब 55 लाख लोगों को पहला डोज लगा दिए जाने की उम्मीद है.
- इसमें प्रदेश में 18 साल से ज्यादा उम्र की तकरीबन 38 से 40% आबादी को कोरोना की तीसरी लहर का खतरा कम हो जाएगा.
कहां से आएंगे वैक्सीन के डोज
- वैक्सीनेशन महाअभियान शुरू होने के दिन 21 जून को सरकार के पास वैक्सीन के 19 लाख डोज स्टॉक में थे.
- पहले ही दिन इनमें से 16 लाख डोज लग चुके हैं.
- सरकार का 10 लाख लोगों का वैक्सीनेशन करने का प्लान था.
- 19 लाख में 16 लाख डोज यूज होने के बाद अब सिर्फ 3 लाख डोज स्टॉक में बचे हैं.
- 12 दिन तक चलने वाले इस अभियान के लिए आगे की तैयारी को लेकर सीएम ने कहा है कि केंद्र सरकार प्रदेश को 5 लाख एक्सट्रा डोज दे रही है.
- प्रदेश सरकार ने 30 जून तक लगभग 50 लाख डोज लगाने का टारगेट रखा है.
- मध्यप्रदेश को अगले नौ दिनों में केंद्र से कुल 55 लाख डोज मिलेंगे.
- डोज का स्टॉक होने पर प्रदेश में 1 से 3 जुलाई तक फिर ऐसा ही अभियान चलाया जाएगा.
21 को 16 लाख, 22 जून को महज 2 लाख लोगों को लग सकी वैक्सीन
सीएम शिवराज के निर्देश पर वैक्सीनेशन के महा अभियान की तैयारी शुरू हो गई थी. लेकिन आज दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद महा अभियान की तारीख को बदल दिया गया इसके बाद 21 जून से महावैक्सीनेशन अभियान चलाने का फैसला लिया गया. इस अभियान को सफल बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी थी वैक्सीन के डोज की उपलब्धता. जिसका इंतजाम पहले से चल रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम को रोक कर कई सेंटरों पर पहली डोज का वैक्सीनेशन रोकने और सिर्फ दूसरी डोज वालों को टीका लगाए जाने के मामले भी सामने आए. वहीं स्लॉट बुक होने के बाद भी लोगों को वैक्सीन उपलब्ध न होने जैसे मामलों का सामना करना पड़ा. इस दौरान सरकार वैक्सीन का स्टॉक करने में लगी थी. जिसके नतीजे में महावैक्सीनेशन अभियान के लिए 19 लाख डोज का स्टॉक तैयार कर लिया गया.
- मध्यप्रदेश में 21 जून को जहां 16 लाख 92 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई गई.
- 21 जून के पहले किसी भी एक दिन का अधिकतम आंकड़ा 5 लाख वैक्सिंग का था.
- महाअभियान से पहले प्रदेश में रोजाना एक से डेढ़ लाख लोगों को ही वैक्सीनेट किया जा रहा था.
- 21 जून को 16 लाख से ज्यादा रहा वैक्सीनेशन का आंकड़ा 22 जून को बड़ी मुश्किल से 2 लाख के पास ही पहुंचा.
- पिछले 5 दिन के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो 16 जून को 3 लाख 38 हजार 847, 17 जून को 1लाख 24 हजार 226, 18 जून को 14 हजार 826, 19 जून को 22,000 और 20 जून को लगभग 700 लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई थी.
- सागर जिले में 22 जून 2021 तक कोरोना की स्थिति तक कुल सेंपलिंग हुई 3,34,877, टेस्ट हुए 3,33,069, पॉजिटिव मिले 16538
- 22 जून तक सागर में एक्टिव केस 42, मृत्यु हुई 306. 22 जून को जिले की पॉजिटिव रेट .09 रही.
- वैक्सीनेशन की स्थिति 20 जून को फर्स्ट डोज - 34 हजार 431, सेकंड डोज 2872 कुल वैक्सीनेशन 37 हजार 703
कांग्रेस ने उठाए सवाल
वैक्सीनेशन महाअभियान के दूसरे दिन के हाल को देखते हुए कांग्रेस ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी ने जब मोदी को चुनौती दी तो 1 दिन का महा वैक्सीनेशन करा दिया गया, लेकिन उसके बाद से पूरे देश में वही ढर्रा वापस आ गया है. दूसरे दिन ही वैक्सीनेशन की रफ्तार घटने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी गोलमोल जवाब देते नजर आए.
वैक्सीनेशन रोक कर सफल हुआ महाअभियान
प्रदेश सरकार ने पहले 1 से 3 जुलाई के बीच प्रदेश में वैक्सीनेशन का महा अभियान चलाए जाने की तारीख दी थी. लेकिन बीते हफ्ते दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात के बाद वैक्सीनेशन महाअभियान की तारीख को 21 जून कर दिया गया. इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश में चल रहे 44 से ऊपर उम्र वालों का वैक्सीनेशन बेहद कम कर दिया गया. कई सेंटर्स पर लोग दूसरी डोज लेने के लिए भटटकते हुए दिखाई दिए. वैक्सीनेशन सेंटर्स पर डोज ही उपलब्ध नहीं थे.
शहरों में वैक्सीनेशन भरपूर, गांव अभी भी दूर
एक आंकड़े के मुताबिक कोराना काल में 52 फीसदी संक्रमण के केस ग्रामीण क्षेत्र से थे. राजधानी भोपाल के मई के आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना संक्रमित मरीजों की दैनिक रिपोर्ट में ज्यादा मरीज ग्रामीण इलाकों से आ रहे थे. भोपाल के आसपास के ग्रामीण इलाके में स्थिति 187 पंचायतों और बैरसिया के ग्रामीण क्षेत्र को मिलाकर करीब 3 लाख की आबादी है. यहां 10 अप्रैल के बाद से रोजाना 1 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था. 17 जून तक करीब 80 हजार लोगों को टीका लग चुका है. खास बात यह है कि ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन का पहला डोज ले चुके 50 हजार से ज्यादा ग्रामीण यह नहीं जानते कि उन्हें दूसरा डोज कब लगेगा. हुजूर इलाके में 55 हजार को टीका लगा है, जबकि बैरसिया में इसकी रफ्तार धीमी है.महाअभियान के दौरान भी 18 से 44 साल उम्र वाले लोगों वैक्सीन का पहला डोज लगाने को ही प्राथमिकता दी गई. आंकड़े के मुताबिक भोपाल शहरी और ग्रामीण में 3 लाख 35 हजार 678 के लगभग ऐसे लोग हैं जिन्हें दूसरी डोज लगनी है.
वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए धमकी देने लगे अधिकारी
महाअभियान को रिकॉर्डतोड़ बनाने के लिए 21 जून तक जो अधिकारी और कर्मचारी लोगों को वैक्सीन लगवाने की सलाह देने के साथ ही तरह तरह के ऑफर दे रहे थे, वे अब वैक्सीन न लगवाने को लेकर सख्त रुख अपनाने लगे हैं. जबकि इससे पहले कई शहरों में मुफ्त बस यात्रा, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाकर रेस्त्रां में डिनर, लकी ड्रा के तहत टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन उपहार में दिए जाने के कई एलान किए गए थे. लेकिन सागर में अब लोगों को वैक्सीन न लगवाने पर पानी और बिजली के कनेक्शन काटने की धमकी दी जा रही है. कल शाम तक जब वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो नगर पालिका के अधिकारियों ने लोगों को धमकाते हुए कहा अगर उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई, तो पानी और बिजली के कनेक्शन काट दिए जायेंगे. वैक्सीन लगवाने के बाद ही पानी और बिजली का कनेक्शन दोबार शुरू किया जाएगा.
गांवों में वैक्सीनेशन टीम को उल्टे पांव लौटाया
- श्योपुर के ग्रामीण इलाके को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए समझाइश देने पहुंचे महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ को शराब के नशे में धुत्त एक ग्रामीण ने धमकी दे डाली. आरोपी गेंती कंधे पर रखे हुए और नशे में धुत था वह सीडीपीओ से बोला " मेरे सामने आओ मैं लगवाता हूं, तुम्हें टीका. इसके बाद सीडीपीओ को गांव से उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा.
- श्योपुर के ही सलापुरा इलाके में ग्रामीणों को वैक्सीनेशन कराने की समझाइश देने पहुंची टीम को देखकर कई लोग भाग खड़ हुए. जब टीम की महिला कर्मचारी ने एक व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने के लिए कहा तो वह मना करने लगा, बार-बार कहने पर वह बोला उसे पहले 10 लाख रुपये दे दो , इसके बाद मुझे चाहे जितने टीके लगवा लो. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
- बीते दिनों में भी बुढेरा ग्राम पंचायत में जब वैक्सीनेशन टीम पहुंची तो टीम को देखकर ग्रामीण और सरपंच जंगल की ओर भाग गए. इसके बाद जनपद सीईओ ने जब सरपंच को पद से हटाने की धमकी दी तब जाकर सरपंच वैक्सीन लगवाने के लिए राजी हुईं.