दिल्ली/भोपाल। पंचायतों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग कर कामकाज में दक्षता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश को ई-पंचायत का पहला पुरस्कार मिला है. मध्यप्रदेश की 15 पंचायतों को पुरस्कार दिया गया है.
सागर जिले के केसली जनपद के मारामाधौ गांव, नीमच जिले के भड़बड़िया, इंदौर जिले के सांवेर जनपद स्थित पतलौद, होशंगाबाद के केसली जनपद स्थित बाबई खुर्द, धार जिले के धर्मपुरी जनपद स्थित सुन्दरैल, सीधी जिले के पनवार चौहानान गांव, मंदसौर जिले के पडलिया मारू, रतलाम के पिपलौदा जनपद स्थित कॉन्सेर और बरखेड़ी और सीहोर जिले की मुगली ग्राम पंचायत को ई-पंचायत पुरस्कार मिला है.
पंचायतों द्वारा योजनाओं के ऑनलाईन क्रियान्वयन तथा ऑनलाइन आय-व्यय के लिए भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय के विभिन्न ऑनलाइन एप्लीकेशन पीएफएमएस, ई-ग्राम स्वराज, लोकल गवर्मेंट डायरेक्ट्री आदि के साथ-साथ विभागीय 'पंचायत दर्पण' पोर्टल का उपयोग बेहतर तरीके से किया गया. भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को 'ई-पंचायत पुरस्कार 2020' से सम्मानित किया है.
भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा पंचायतों में पारदर्शी रूप से प्रभावी उत्तरदायित्व निर्वहन के लिए तीन श्रेणियों में ई- पंचायत पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं, जिसमें समस्त राज्य अपना नामांकन करते हैं.