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विधानसभा उपचुनाव के लिए बूथ मैनेजमेंट में जुटेगी कांग्रेस, कमलनाथ ने बनाई खास रणनीति

मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने विधानसभा वार रणनीति बना ली है, बताया जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव के बाद कांग्रेस चुनावी मैदान में प्रचार के लिए उतर सकती है. पढ़िए पूरी खबर...

Congress will gather in the booth management
उपचुनाव के बूथ मैनेजमेंट में जुटेगी कांग्रेस
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Published : Jun 19, 2020, 2:24 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में लगातार दो महीने तक उपचुनाव की रणनीति तैयार करने के बाद अब कमलनाथ उसे मैदान पर उतारने की तैयारी में जुट गए हैं. कांग्रेस सूत्रों की मानें तो चुनाव प्रचार की रणनीति के बाद अब कमलनाथ का फोकस बूथ मैनेजमेंट पर है. सभी उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में कमलनाथ बूथ मैनेजमेंट की तैयारी में जुट गए हैं. कमलनाथ ने ये जिम्मेदारी अपने विश्वस्त लोगों को सौंपी है, जो विधानसभा वार बूथ मैनेजमेंट की रणनीति तैयार कर रहे हैं. अभी तक संगठन और निजी एजेंसियों से कराए गए सर्वे के आधार पर विधानसभा वार रणनीति बनाई जा रही थी.

विधानसभा उपचुनाव के लिए बूथ मैनेजमेंट में जुटेगी कांग्रेस

कमलनाथ ने तैयार की उपचुनाव की रणनीति

माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव के ठीक बाद विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस आक्रामक तरीके से जमीन पर लड़ाई लड़ती नजर आएगी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ने इसी तरह से विधानसभा वार रणनीति तैयार की थी. उपचुनाव में सिर्फ 24 सीटों पर फोकस करना है और पिछले 2 महीने से कमलनाथ भोपाल में डेरा डाले हुए हैं और इसी पर रणनीति को बनाने में जुटे हुए हैं. खास बात ये है कि कांग्रेस अपनी ज्यादातर रणनीति ना तो मीडिया में उजागर कर रही है और ना उस रणनीति को लेकर ज्यादा प्रचार प्रसार कर रही है.

अलग तरह के बूथ मैनेजमेंट की तैयारी

कांग्रेस सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव के लिए एक अलग तरह के बूथ मैनेजमेंट की तैयारी की है. विधानसभा चुनाव में 6 बूथ को मिलाकर एक सेक्टर बनाया गया था. 5 सेक्टर का एक मंडल बनाया गया था, लेकिन कमलनाथ ने उपचुनाव के लिए माइक्रोमैनेजमेंट का फार्मूला तैयार किया है और अब सेक्टर और मंडल को काफी छोटा करने जा रहे हैं. इस रणनीति के पीछे ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देना और काम देना है. राज्यसभा चुनाव के बाद बूथ, सेक्टर और मंडल सक्रिय हो जाएंगे और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ खुद विधानसभा वार बूथ, सेक्टर और मंडल के प्रभारियों से मुलाकात करेंगे. साथ ही उन्हें बूथ मैनेजमेंट के गुण के साथ चुनावी रणनीति के बारे में बताएंगे. विधानसभा वार होने वाले इन प्रशिक्षण के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ स्तर पर सक्रिय हो जाएंगे और मैदानी स्तर पर आक्रामक प्रचार में जुट जाएंगे.

बूथ लेवल तक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति

मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने उपचुनाव के लिए विस्तृत तैयारी कर ली है. बूथ लेवल तक अपने कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा बहुत जल्द ही मध्यप्रदेश के अंदर जमीन पर कांग्रेस का नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखाई देगा. उससे भाजपा और गद्दारों की फौज और गद्दारों के नेताओं को समझ में आ जाएगा कि कांग्रेस की जड़ें जितनी मजबूत हैं. उतनी हिंदुस्तान में किसी दल की जड़ें मजबूत नहीं हैं. भाजपा ओछी राजनीति करने वाला संगठन है. कांग्रेस मजबूत और धरातल के अंदर दम रखने वाला संगठन है. इसका एहसास भाजपा को हो जाएगा.

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. ऐसे में लगातार दो महीने तक उपचुनाव की रणनीति तैयार करने के बाद अब कमलनाथ उसे मैदान पर उतारने की तैयारी में जुट गए हैं. कांग्रेस सूत्रों की मानें तो चुनाव प्रचार की रणनीति के बाद अब कमलनाथ का फोकस बूथ मैनेजमेंट पर है. सभी उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में कमलनाथ बूथ मैनेजमेंट की तैयारी में जुट गए हैं. कमलनाथ ने ये जिम्मेदारी अपने विश्वस्त लोगों को सौंपी है, जो विधानसभा वार बूथ मैनेजमेंट की रणनीति तैयार कर रहे हैं. अभी तक संगठन और निजी एजेंसियों से कराए गए सर्वे के आधार पर विधानसभा वार रणनीति बनाई जा रही थी.

विधानसभा उपचुनाव के लिए बूथ मैनेजमेंट में जुटेगी कांग्रेस

कमलनाथ ने तैयार की उपचुनाव की रणनीति

माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव के ठीक बाद विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस आक्रामक तरीके से जमीन पर लड़ाई लड़ती नजर आएगी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ने इसी तरह से विधानसभा वार रणनीति तैयार की थी. उपचुनाव में सिर्फ 24 सीटों पर फोकस करना है और पिछले 2 महीने से कमलनाथ भोपाल में डेरा डाले हुए हैं और इसी पर रणनीति को बनाने में जुटे हुए हैं. खास बात ये है कि कांग्रेस अपनी ज्यादातर रणनीति ना तो मीडिया में उजागर कर रही है और ना उस रणनीति को लेकर ज्यादा प्रचार प्रसार कर रही है.

अलग तरह के बूथ मैनेजमेंट की तैयारी

कांग्रेस सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव के लिए एक अलग तरह के बूथ मैनेजमेंट की तैयारी की है. विधानसभा चुनाव में 6 बूथ को मिलाकर एक सेक्टर बनाया गया था. 5 सेक्टर का एक मंडल बनाया गया था, लेकिन कमलनाथ ने उपचुनाव के लिए माइक्रोमैनेजमेंट का फार्मूला तैयार किया है और अब सेक्टर और मंडल को काफी छोटा करने जा रहे हैं. इस रणनीति के पीछे ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देना और काम देना है. राज्यसभा चुनाव के बाद बूथ, सेक्टर और मंडल सक्रिय हो जाएंगे और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ खुद विधानसभा वार बूथ, सेक्टर और मंडल के प्रभारियों से मुलाकात करेंगे. साथ ही उन्हें बूथ मैनेजमेंट के गुण के साथ चुनावी रणनीति के बारे में बताएंगे. विधानसभा वार होने वाले इन प्रशिक्षण के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ स्तर पर सक्रिय हो जाएंगे और मैदानी स्तर पर आक्रामक प्रचार में जुट जाएंगे.

बूथ लेवल तक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति

मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने उपचुनाव के लिए विस्तृत तैयारी कर ली है. बूथ लेवल तक अपने कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा बहुत जल्द ही मध्यप्रदेश के अंदर जमीन पर कांग्रेस का नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखाई देगा. उससे भाजपा और गद्दारों की फौज और गद्दारों के नेताओं को समझ में आ जाएगा कि कांग्रेस की जड़ें जितनी मजबूत हैं. उतनी हिंदुस्तान में किसी दल की जड़ें मजबूत नहीं हैं. भाजपा ओछी राजनीति करने वाला संगठन है. कांग्रेस मजबूत और धरातल के अंदर दम रखने वाला संगठन है. इसका एहसास भाजपा को हो जाएगा.

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