भोपाल। चक्रवाती तूफान ताउते का असर अभी कम भी नहीं हुआ है और देश के सामने एक नए तूफान का खतरा मंडराने लगा है. इस चक्रवात को 'यास' नाम दिया गया है. चक्रवात यास देश के पूर्वी तट से टकरा सकता है, इस वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में विशेष अलर्ट जारी किया गया है. ताउते के बाद कितना खतरनाक है यह चक्रवात और इसे किसने यास नाम दिया है. आइए जानते हैं चक्रवात यास से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बातें.
मौसम विभाग के मुताबिक, 26 और 27 मई को चक्रवात यास देश के पूर्वी तट से टकरा सकता है. मौसम विभाग के पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट से इस चक्रवात के गुजरने की आशंका जताए जाने के बाद सरकार अलर्ट हो गई है. दोनों ही जगह एनडीआरएफ की टीम पहले से ही मुस्तैद कर दी गई है.
इन राज्यों को लिए जारी हुआ विशेष अलर्ट
चक्रवात यास की आहट के साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह से तैयार हो गई हैं. केंद्र ने ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के लिए अलर्ट जारी किया है. सरकार ने एनडीआरएफ की तैनाती के साथ ही स्वास्थ्य केंद्र, जरूरी दवाएं और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है.
किसने दिया चक्रवात को यह नाम
ताउते की ही तरह इस चक्रवात को यास नाम दिया गया है. ओमान ने इस चक्रवात को वहां की स्थानीय भाषा के आधार यह नाम दिया है. यास का अर्थ है निराशा. चक्रवातों के नाम तय करने की भी एक दिलचस्प प्रक्रिया होती है, जिसके आधार नामों का चयन होता है.
नए चक्रवात का खतरा, 27 मई तक ओडिशा तट से टकराने का अनुमान
72 घंटे हैं बेहद अहम
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 22 मई (शनिवार) तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार है. इसके बाद यह चक्रवात का रूप ले सकता है, जो समय के साथ खतरनाक हो सकता है. अंडमान से करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं बंगाल की खाड़ी तक पहुंचते-पहुंचते 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं.