भोपाल: पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश में हो रही साम्प्रदायिक हिंसा (Neemuch communal violence) को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. नीमच की घटना को लेकर जीतू पटवारी ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री सुबह-सुबह बैठकें करके यह दर्शाते हैं कि उनकी अधिकारियों पर कसावट है. दूसरी तरफ गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) लाली, पाउडर लगाकर और बाल काले करके कैमरे के सामने बैठ जाते हैं, पटवारी ने प्रदेश में लॉ-एंड-ऑर्डर की स्थिति बेहद खराब होने का आरोप भी लगाया. (Jitu Patwari statment on Neemuch incident)
प्रदेश में दो सीएम: जीतू पटवारी ने नीमच में हुई घटना को लेकर गृह मंत्री से इस्तीफे करते हुए कहा कि मप्र में दो सीएम काम कर रहे हैं. प्रदेश के मुखिया सुबह-सुबह बैठक कर यह दर्शाने की कोशिश करते हैं कि अधिकारी उनके बस में हैं, पटवारी ने सवाल किया कि अब दिन में चार बार सीएम अपने को एक्टिव बताते हैं, लेकिन 18 सालों में यह कसावट क्यों नहीं आई.
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गौहत्या पर लोगों की हत्या: जीतू पटवारी के मुताबिक, सरकार पीने का पानी जनता को उपलब्ध नहीं करा पा रही है. हर जिले में साम्प्रदायिक घटना हो रही है. नींद में भी कमलनाथ को कोसते रहते हैं, गायों की हत्या पर लोगों की हत्या की जा रही है. उन्होंने मांग की कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए, मप्र में मॉब लिंचिग बंद होना चाहिए. इसके साथ ही पटवारी ने ओबीसी आरक्षण (OBC reservation) को लेकर सरकार को आरक्षण विरोधी बताया. पटवारी ने कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार की नया सबेरा योजना बंद कर बीजेपी (bjp) सरकार की संबल योजना के जरिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को लाभ देने का भी आरोप लगाया.