ETV Bharat / city

रोजाना सुबह देखता हूं सूरज, कभी नहीं दिखता नया सेवरा, संबल का नाम बदलने पर BJP का तंज

author img

By

Published : Nov 14, 2019, 12:38 PM IST

Updated : Nov 14, 2019, 1:46 PM IST

शिवराज सरकार की संबल योजना का नाम बदलकर नया सवेरा करने पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि रोजाना सुबह सूरज देखता हूं, कभी नया सवेरा नजर नहीं आता.

गोपाल भार्गव का सरकार पर निशाना, कहा नहीं दिख रहा नया सवेरा

भोपाल। पिछली सरकार की संबल योजना का नाम बदलकर मौजूदा सरकार ने नया सवेरा कर दिया है. संबल योजना के जरिए करीब 70 लाख अपात्रों को लाभ पहुंचाने की बात सामने आई है. जिसकी कमलनाथ सरकार जांच कराने की तैयारी कर रही है. जिसको लेकर एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार गरीबों को संबल योजना का लाभ नहीं देना चाहती है. इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है. अगर संबल योजना में कोई गड़बड़ी हुई तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई करें.

संबल का नाम बदलने पर BJP का तंज

गोपाल भार्गव का कहना है कि घोटाला, गड़बड़ी और जानबूझकर किसी को लाभ पहुंचाने पर सरकार कार्रवाई करे. सिंहस्थ, पौधरोपण, निर्माण कार्य में गड़बड़ी के भी आरोप लगे हैं, लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई. शिगूफेबाजी छोड़ें और सीधे क्यों नहीं कहते कि संबल योजना का लाभ गरीबों को नहीं देना चाहते है. हमें गरीबों की मौत पर दो लाख, दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख, प्रसूताओं को 16 हजार, कफन-दफन के लिए पांच हजार, बिजली के बिलों को आधा नहीं करना है.

कमलनाथ सरकार न करे बहानेबाजी

भार्गव ने कहा कि ये बहानेबाजी कर रहे हैं कि उसमें बहुत से गलत नाम हैं और इस योजना के क्रियान्वयन से बचना है क्योंकि कमलनाथ सरकार गरीब आदमी को पैसा नहीं देना चाहती है. कर्जमाफी को लेकर बहुत बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हैं, लेकिन किसी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ.

मुझे नहीं दिख रहा नया सवेरा

भार्गव ने आगे कहा कि संबल योजना को नया सवेरा कह रहे हैं. मैं रोज सूरज देखता हूं, लेकिन मुझे नया सवेरा नहीं लगता है और पुराना सवेरा जैसा ही सवेरा होता है, कमलनाथ के नया सवेरा को उन्होंने नौटंकी बताया है. जनता का कोई भला नहीं हो रहा है. कर्जमाफी नहीं हुई जिससे किसान आत्महत्या कर रहे हैं. झोपड़ी में रहने वालों के बिल हजारों रुपए आ रहे हैं. प्रदेश की सड़कों की हालत खस्ता हैं. 16 साल पहले की तरह बर्बाद हो गईं.

भोपाल। पिछली सरकार की संबल योजना का नाम बदलकर मौजूदा सरकार ने नया सवेरा कर दिया है. संबल योजना के जरिए करीब 70 लाख अपात्रों को लाभ पहुंचाने की बात सामने आई है. जिसकी कमलनाथ सरकार जांच कराने की तैयारी कर रही है. जिसको लेकर एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार गरीबों को संबल योजना का लाभ नहीं देना चाहती है. इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है. अगर संबल योजना में कोई गड़बड़ी हुई तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई करें.

संबल का नाम बदलने पर BJP का तंज

गोपाल भार्गव का कहना है कि घोटाला, गड़बड़ी और जानबूझकर किसी को लाभ पहुंचाने पर सरकार कार्रवाई करे. सिंहस्थ, पौधरोपण, निर्माण कार्य में गड़बड़ी के भी आरोप लगे हैं, लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई. शिगूफेबाजी छोड़ें और सीधे क्यों नहीं कहते कि संबल योजना का लाभ गरीबों को नहीं देना चाहते है. हमें गरीबों की मौत पर दो लाख, दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख, प्रसूताओं को 16 हजार, कफन-दफन के लिए पांच हजार, बिजली के बिलों को आधा नहीं करना है.

कमलनाथ सरकार न करे बहानेबाजी

भार्गव ने कहा कि ये बहानेबाजी कर रहे हैं कि उसमें बहुत से गलत नाम हैं और इस योजना के क्रियान्वयन से बचना है क्योंकि कमलनाथ सरकार गरीब आदमी को पैसा नहीं देना चाहती है. कर्जमाफी को लेकर बहुत बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हैं, लेकिन किसी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ.

मुझे नहीं दिख रहा नया सवेरा

भार्गव ने आगे कहा कि संबल योजना को नया सवेरा कह रहे हैं. मैं रोज सूरज देखता हूं, लेकिन मुझे नया सवेरा नहीं लगता है और पुराना सवेरा जैसा ही सवेरा होता है, कमलनाथ के नया सवेरा को उन्होंने नौटंकी बताया है. जनता का कोई भला नहीं हो रहा है. कर्जमाफी नहीं हुई जिससे किसान आत्महत्या कर रहे हैं. झोपड़ी में रहने वालों के बिल हजारों रुपए आ रहे हैं. प्रदेश की सड़कों की हालत खस्ता हैं. 16 साल पहले की तरह बर्बाद हो गईं.

Intro:भोपाल। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले शिवराज सिंह सरकार ने संबल योजना के जरिए चौथी बार सरकार बनाने की कोशिश की थी। इस योजना के तहत गरीबों को कई तरह के लाभ देने की शुरुआत की गई थी। लेकिन शिवराज सरकार चौथी बार नहीं बन सकी और कमलनाथ सरकार ने अस्तित्व में आते ही संबल योजना का नाम बदलकर नया सवेरा कर दिया। अब बात सामने आई है कि संबल योजना में करीब 70 लाख अपात्र लोगों को लाभ दिया गया है। जिसकी कमलनाथ सरकार जांच करने की बात कह रही है। इस बात को लेकर फिर सियासत शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ सरकार गरीबों को संबल योजना का लाभ नहीं देना चाहती है। इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है। अगर वाकई में संबल योजना में कोई गड़बड़ी हुई है।तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई करें।


Body:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का कहना है कि यदि घोटाला हुआ है, गड़बड़ी हुई है और घोटाला जानबूझकर किसी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से हुआ है, तो कार्यवाही करें। मैंने देखा है कि लगातार 1 साल से यही बात चल रही है कि यह गड़बड़ हो गया, वह गड़बड़ हो गया। सिंहस्थ, पौधों रोपण, निर्माण कार्य में गड़बड़ी के भी आरोप लगे हैं। लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई। यह शिगूफेबाजी छोड़ें, सीधे क्यों नहीं कहते कि संबल योजना का लाभ में गरीबों को नहीं देना है।हमें गरीबों को मृत्यु पर दो लाख, दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख, महिलाओं को प्रसूति के समय 16 हजार, कफन दफन के लिए 5,000, बिजली के बिलों को आधा नहीं करना है। यह बहानेबाजी कर कर कह रहे हैं कि उसमें बहुत से गलत नाम हैं, हमें इस योजना के क्रियान्वयन से बचना है,क्योंकि हमें गरीब आदमी को पैसा नहीं देना है,पहले हम जांच करेंगे।ऋण माफी के जैसे तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। लेकिन किसी किसान का कर्जा माफ नहीं हुआ है।


Conclusion:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आगे कहा कि संबल योजना को नया सवेरा कह रहे हैं। मैं रोज सूरज देखता हूं,लेकिन मुझे ना नया सवेरा लगता है, ना पुराना सवेरा लगता है। जैसा सवेरा होता है, वैसा ही लगता है। इस प्रकार की नौटंकी करना कि नया सवेरा लाएंगे, नया युग लाएंगे। इसी में वक्त निकालने का काम हो रहा है। जनता का कोई भला नहीं होने वाला है, लोग हाहाकार कर रहे हैं। किसान मरा जा रहा है, किसान कर्ज माफी नहीं हुई है, किसान परिवार सहित आत्महत्या कर रहे हैं। झोपड़ी में रहने वालों के बिल हजारों रुपए आ रहे हैं। मध्यप्रदेश की सड़कें खुदी पड़ी हैं, 16 साल पहले की तरह बर्बाद हो गई।मैं यह कहना चाहता हूं कि लोगों को बहकाओ मत, जनता शिगूफेबाजी में नहीं आने वाली है। जो योजनाएं चालू थी, जनता को लाभ हो रहा था, उनको चालू रखो। योजनाओं में गड़बड़ी हुई है,आप उनको जेल भेजो, कार्रवाई करो। कौन रोक रहा है।
Last Updated : Nov 14, 2019, 1:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.