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Bhopal AIIMS Dharna: बेड को लेकर पूर्व सांसद आलोक संजर का धरना, जूनियर डॉक्टर्स बोले-VIP कल्चर खत्म हो - भोपाल एम्स लेटेस्ट न्यूज

AIIMS Bhopal में मरीज को बेड नहीं मिला तो पूर्व सांसद आलोक संजर धरने पर बैठ गए (former mp alok sanjar dharna in bhopal aiims). इसके बदले में एम्स के बाहर वीआईपी कल्चर से परेशान जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया. दोनों ओर से जमकर (bhopal aiims Junior doctors stopped work )नारेबाजी हुई.

Bhopal AIIMS Dharna
भोपाल एम्स पूर्व सांसद डॉक्टर्स हंगामा
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Published : Dec 8, 2021, 9:45 PM IST

Updated : Dec 8, 2021, 10:01 PM IST

भोपाल। मरीज को इलाज नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद आलोक संजर एम्स के बाहर धरने पर बैठ गए, तो वीआईपी कल्चर और नेताओं के दबाव में काम ना करने को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने भी काम बंद कर दिया. AIIMS भोपाल में ऐसी स्थिति बनने(former mp alok sanjar dharna in bhopal aiims) के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश की. सांसद महोदय को 3 घंटे के बाद वापस जाना पड़ा. लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने वीआईपी कल्चर के खिलाफ नारेबाजी की तो जवाब में आलोक संजर समर्थकों ने भी जय श्रीराम के नारे लगाए.

AIIMS Bhopal में बेड को लेकर पूर्व सांसद और डॉक्टर्स आमने-सामने

एम्स भोपाल के जूनियर डॉक्टर और पूर्व सांसद आलोक संजर के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी (bhopal aiims Junior doctors stopped work )हुई. जूनियर डॉक्टरों ने VIP कल्चर बंद करने को लेकर नारेबाजी की, तो संजर समर्थक जय श्रीराम के नारे लगाते रहे. एमपी रीवा के ब्रेन ट्यूमर के पेशेंट को बेड नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद और भोपाल एम्स कमेटी के पूर्व सदस्य रहे आलोक संजर ने प्रबंधन के डॉक्टरों के खिलाफ गेट पर ही धरना दे दिया. धरना देने की सूचना जैसे ही प्रबंधन को मिली तो मानमनोवल का काम शुरु हो गया, लेकिन पूर्व सांसद महोदय कहां हटने वाले थे. ऐसे में एम्स के जूनियर डॉक्टरों ने भी काम बंद कर दिया, और वे भी बाहर आ गए.

पुलिस ने किया बीच बचाव

मामला बढ़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सभी को समझाने का प्रयास किया. जिसके बाद एम्स डॉक्टर और पूर्व सांसद के बीच हुई वार्ता के बाद सांसद महोदय ने जाना ही सही समझा. पूर्व सांसद मरीज को इलाज दिलवा कर वापस(bhopal aiims hungama) जा ही रहे थे कि जूनियर डॉक्टरों और संजर के समर्थकों के बीच नारेबाजी हो गई. जूनियर डॉक्टर एम्स में वीआईपी कल्चर के खिलाफ डटे थे, तो संजर के समर्थक जय श्रीराम के नारे लगाते रहे.

नहीं रहे सीडीएस जनरल बिपिन रावत

हंगामे के बाद मरीज को मिला बेड

आलोक संजर और मरीज के परिजन ने बताया कि जब वह यहां मरीज को लेकर आए थे, तो डॉक्टरों बेड नहीं होने का कहकर भर्ती करने से ही मना किया. जबकि मरीज गंभीर हालत में था. उसे ब्रेन ट्यूमर है. आलोक संजर का कहना था कि जब वह यहां पहुंचे उसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई. 3 घंटे बैठने के बाद सुनवाई हुई. ऐसे में आमजन के साथ क्या स्थिति होती होगी, यह गंभीर प्रश्न है. वे इसे लेकर भोपाल सांसद, AIIMS कमेटी की सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से भी बात करेंगे.

भोपाल। मरीज को इलाज नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद आलोक संजर एम्स के बाहर धरने पर बैठ गए, तो वीआईपी कल्चर और नेताओं के दबाव में काम ना करने को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने भी काम बंद कर दिया. AIIMS भोपाल में ऐसी स्थिति बनने(former mp alok sanjar dharna in bhopal aiims) के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश की. सांसद महोदय को 3 घंटे के बाद वापस जाना पड़ा. लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने वीआईपी कल्चर के खिलाफ नारेबाजी की तो जवाब में आलोक संजर समर्थकों ने भी जय श्रीराम के नारे लगाए.

AIIMS Bhopal में बेड को लेकर पूर्व सांसद और डॉक्टर्स आमने-सामने

एम्स भोपाल के जूनियर डॉक्टर और पूर्व सांसद आलोक संजर के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी (bhopal aiims Junior doctors stopped work )हुई. जूनियर डॉक्टरों ने VIP कल्चर बंद करने को लेकर नारेबाजी की, तो संजर समर्थक जय श्रीराम के नारे लगाते रहे. एमपी रीवा के ब्रेन ट्यूमर के पेशेंट को बेड नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद और भोपाल एम्स कमेटी के पूर्व सदस्य रहे आलोक संजर ने प्रबंधन के डॉक्टरों के खिलाफ गेट पर ही धरना दे दिया. धरना देने की सूचना जैसे ही प्रबंधन को मिली तो मानमनोवल का काम शुरु हो गया, लेकिन पूर्व सांसद महोदय कहां हटने वाले थे. ऐसे में एम्स के जूनियर डॉक्टरों ने भी काम बंद कर दिया, और वे भी बाहर आ गए.

पुलिस ने किया बीच बचाव

मामला बढ़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सभी को समझाने का प्रयास किया. जिसके बाद एम्स डॉक्टर और पूर्व सांसद के बीच हुई वार्ता के बाद सांसद महोदय ने जाना ही सही समझा. पूर्व सांसद मरीज को इलाज दिलवा कर वापस(bhopal aiims hungama) जा ही रहे थे कि जूनियर डॉक्टरों और संजर के समर्थकों के बीच नारेबाजी हो गई. जूनियर डॉक्टर एम्स में वीआईपी कल्चर के खिलाफ डटे थे, तो संजर के समर्थक जय श्रीराम के नारे लगाते रहे.

नहीं रहे सीडीएस जनरल बिपिन रावत

हंगामे के बाद मरीज को मिला बेड

आलोक संजर और मरीज के परिजन ने बताया कि जब वह यहां मरीज को लेकर आए थे, तो डॉक्टरों बेड नहीं होने का कहकर भर्ती करने से ही मना किया. जबकि मरीज गंभीर हालत में था. उसे ब्रेन ट्यूमर है. आलोक संजर का कहना था कि जब वह यहां पहुंचे उसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई. 3 घंटे बैठने के बाद सुनवाई हुई. ऐसे में आमजन के साथ क्या स्थिति होती होगी, यह गंभीर प्रश्न है. वे इसे लेकर भोपाल सांसद, AIIMS कमेटी की सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से भी बात करेंगे.

Last Updated : Dec 8, 2021, 10:01 PM IST
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