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Mother's day 2022: हॉकी का टूर्नामेंट खेलने भोपाल पहुंची ऋतु रानी, बेटी को हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहती हैं ऋतु

इंडियन वुमन हॉकी टीम की पूर्व कप्तान ऋतु रानी अपनी बेटी बानी को भी हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहतीं हैं, इसलिए वे अपनी बेटी बानी को अपने साथ प्रैक्टिस करातीं हैं. (Mother's day 2022) (Ritu Rani want make daughter hockey player)

hockey player Ritu Rani with her daughter
हॉकी खिलाड़ी ऋतु रानी अपनी बेटी के साथ
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Published : May 8, 2022, 9:20 PM IST

भोपाल। इस मदर्स डे पर हम मिलवा रहे हैं एक ऐसी मां से जो अपनी 3 साल की बेटी के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं खेलने जाती हैं. पूर्व भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान ऋतु रानी अपनी 3 साल की बेटी वाणी को भी हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहती हैं. वे कहती हैं कि परिवार और उनके पति के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है. वे जहां भी जाती हैं उनकी बेटी उनके साथ ही रहती है. (Ritu Rani want make daughter hockey player)

हॉकी खिलाड़ी ऋतु रानी अपनी बेटी के साथ

खिलाड़ी के साथ मां की ममता का भी निभाया फर्ज: मां का प्यार हर बच्चे के प्रति बराबर रहता है, और वे चाहतीं हैं कि उसका बच्चा भी उसी के समान हर मुकाम का सामना करते हुए आगे बढ़े. ऐसी ही हैं भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान ऋतु रानी. ऋतु अपनी 3 साल की बेटी के साथ हॉकी का टूर्नामेंट खेलने के लिए भोपाल आई हुई हैं. सेक्रेटरीएट टीम की खिलाड़ी ऋतु रानी कहती हैं कि वह जहां भी जाती हैं, उनकी बेटी हमेशा उनके साथ ही रहती है. मां की ममता इस बात से साफ तौर पर नजर आती है की ऋतु प्रैक्टिस के दौरान अपनी 3 साल की बेटी को भी प्रैक्टिस कराती हैं. (women hockey Ritu Rani)

Ritu Rani in Bhopal to play hockey tournament
हॉकी टूर्नामेंट खेलने भोपाल पहुंची ऋतु रानी

वाणी भी हॉकी खेल रही: ऋतु ने बेटी के लिए एक छोटी हॉकी स्टिक भी दी है, बेटी भी उस छोटी सी हॉकी स्टिक के साथ हॉकी सीखती है. ऋतु रानी अपीन बेटी के बारे में बताते हुए कहा कि,

पहले और मुश्किल होती थी, जब बच्ची छोटी थी अब तो फिर भी यह समझने लगी है. वाणी अब पानी पीने से लेकर हर चीज के लिए मुझे बता देती है.पहले जब छोटी थी और मेरे टूर्नामेंट होते थे, तो मुझे बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब हर जगह बेटी साथ रहती है. अगर परिवार और उनके पति का सहयोग नहीं होता तो वे आज खेलों में वापस नहीं आ पातीं. 3 साल पहले जब उनकी बेटी हुई थी उसके बाद से उनका वजन भी बढ़ गया था, और फिटनेस की भी प्रॉब्लम आ रही थीं. तब वापस खेल में आना नामुमकिन सा लग रहा था, लेकिन परिवार और पति के सहयोग के चलते ही यह सब पूरा हो पाया.

भोपाल में आयोजित सीनियर महिला नेशनल हॉकी चैंपियनशिप, पूर्व ओलंपियन ने एस्ट्रोटर्फ मैदान को लेकर सवाल उठाए

बेटी को हॉकी का खिलाड़ी बनाना चाहतीं हैं ऋतु: ऋतु की बेटी वाणी अपनी मासूम सी आवाज में कहती हैं कि उन्हें हॉकी खेलना पसंद है. वे इस खेल में आगे बढ़ना चाहती हैं. ऋतु खुद भी अपनी बेटी को एक हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहती हैं. वे कहती हैं कि परिवार में शुरू से ही हॉकी का माहौल है. पति के साथ ससुर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हॉकी खेल चुके हैं. ऐसे में वे अपनी बेटी को भी हॉकी का खिलाड़ी बनाना चाहती हैं.

भोपाल। इस मदर्स डे पर हम मिलवा रहे हैं एक ऐसी मां से जो अपनी 3 साल की बेटी के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं खेलने जाती हैं. पूर्व भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान ऋतु रानी अपनी 3 साल की बेटी वाणी को भी हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहती हैं. वे कहती हैं कि परिवार और उनके पति के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है. वे जहां भी जाती हैं उनकी बेटी उनके साथ ही रहती है. (Ritu Rani want make daughter hockey player)

हॉकी खिलाड़ी ऋतु रानी अपनी बेटी के साथ

खिलाड़ी के साथ मां की ममता का भी निभाया फर्ज: मां का प्यार हर बच्चे के प्रति बराबर रहता है, और वे चाहतीं हैं कि उसका बच्चा भी उसी के समान हर मुकाम का सामना करते हुए आगे बढ़े. ऐसी ही हैं भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान ऋतु रानी. ऋतु अपनी 3 साल की बेटी के साथ हॉकी का टूर्नामेंट खेलने के लिए भोपाल आई हुई हैं. सेक्रेटरीएट टीम की खिलाड़ी ऋतु रानी कहती हैं कि वह जहां भी जाती हैं, उनकी बेटी हमेशा उनके साथ ही रहती है. मां की ममता इस बात से साफ तौर पर नजर आती है की ऋतु प्रैक्टिस के दौरान अपनी 3 साल की बेटी को भी प्रैक्टिस कराती हैं. (women hockey Ritu Rani)

Ritu Rani in Bhopal to play hockey tournament
हॉकी टूर्नामेंट खेलने भोपाल पहुंची ऋतु रानी

वाणी भी हॉकी खेल रही: ऋतु ने बेटी के लिए एक छोटी हॉकी स्टिक भी दी है, बेटी भी उस छोटी सी हॉकी स्टिक के साथ हॉकी सीखती है. ऋतु रानी अपीन बेटी के बारे में बताते हुए कहा कि,

पहले और मुश्किल होती थी, जब बच्ची छोटी थी अब तो फिर भी यह समझने लगी है. वाणी अब पानी पीने से लेकर हर चीज के लिए मुझे बता देती है.पहले जब छोटी थी और मेरे टूर्नामेंट होते थे, तो मुझे बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब हर जगह बेटी साथ रहती है. अगर परिवार और उनके पति का सहयोग नहीं होता तो वे आज खेलों में वापस नहीं आ पातीं. 3 साल पहले जब उनकी बेटी हुई थी उसके बाद से उनका वजन भी बढ़ गया था, और फिटनेस की भी प्रॉब्लम आ रही थीं. तब वापस खेल में आना नामुमकिन सा लग रहा था, लेकिन परिवार और पति के सहयोग के चलते ही यह सब पूरा हो पाया.

भोपाल में आयोजित सीनियर महिला नेशनल हॉकी चैंपियनशिप, पूर्व ओलंपियन ने एस्ट्रोटर्फ मैदान को लेकर सवाल उठाए

बेटी को हॉकी का खिलाड़ी बनाना चाहतीं हैं ऋतु: ऋतु की बेटी वाणी अपनी मासूम सी आवाज में कहती हैं कि उन्हें हॉकी खेलना पसंद है. वे इस खेल में आगे बढ़ना चाहती हैं. ऋतु खुद भी अपनी बेटी को एक हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहती हैं. वे कहती हैं कि परिवार में शुरू से ही हॉकी का माहौल है. पति के साथ ससुर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हॉकी खेल चुके हैं. ऐसे में वे अपनी बेटी को भी हॉकी का खिलाड़ी बनाना चाहती हैं.

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