भोपाल। अपनी मांगों को लेकर भोपाल के नीलम पार्क में प्रदर्शन कर रहे अतिथि विद्वान संगठन के दो गुट आपस में ही भीड़ गए. एक गुट उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के आश्वान देने के बाद आंदोलन खत्म करने की बात कर रहा था. वहीं दूसरा गुट मंत्री से लिखित आश्वासन की मांग कर रहा था.
बता दें अतिथि विद्वान नियमितीकरण की मांग को लेकर अपने-अपने जिलों से पैदल यात्रा कर राजधानी भोपाल में जुटे थे. उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अतिथि विद्वानों को नियमितीकरण का आश्वासन दिया था. ऐसे में अतिथि विद्वान संगठन दो गुटों में बंट गया है. एक गुट का कहना था कि मंत्री ने मंच से आश्वासन दिया है तो मानना चाहिए. वहीं दूसरे गुट का कहना था कि जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा अंदोलन खत्म नहीं होगा. दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया है.
शनिवार को भोपाल के नीलम पार्क में हजारों की तादाद में अतिथि विद्वान पहुंचे थे. जैसे ही इसकी सूचना उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को लगी, तो जीतू पटवारी धरना स्थल पर पहुंचे थे और मंच से आश्वासन दिया था कि किसी भी अतिथि विद्वान को हटाया नहीं जाएगा. इसके बाद धरना खत्म करने का ऐलान किया गया था. लेकिन आज एक गुट मंत्री के लिखित आश्वासन को लेकर दूसरे गुट से भिड़ गया. हालांकि अतिथि विद्वान संगठन के पदाधिकारी ने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया है.