भोपाल। किसानों के बीच अच्छी और केमिकल मुक्त खेती के बारे में जागरूकता पैदा करने के प्रयास में, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में 'शाश्वत भारत कृषि रथ' नामक प्रदर्शनी केंद्र की स्थापना की है. यह शाश्वत भारत कृषि रथ पुणे स्थित अच्छी खेती और ग्रामीण उद्यमिता केंद्र की एक चलती-फिरती प्रतिकृति है. जिसकी अवधारणा किसानों को विश्व स्तर पर अच्छी, प्राकृतिक, रासायनिक मुक्त खेती के तरीकों के साथ-साथ मिट्टी के समग्र विकास और कई चीजों के बारे में सूचित करने के लिए की गई है. यह किसानों को उचित बाजार संबंधों, फसल कटाई के बाद की तकनीकों और कृषि और संबद्ध व्यवसायों से संबंधित नीतियों के बारे में भी सूचित करेगा.
कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन
केंद्र का निर्माण समग्र विकास हासिल करने और कृषि संकट से लड़ने के लिए किया गया है. इसका उद्देश्य स्थायी कृषि प्रथाओं पर शिक्षा प्रदान करके किसानों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है. इस प्रणाली का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया था. जमीनी स्तर से अच्छी खेती के मूल्य को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी की शुरुआत की गई है. यह बिंदुओं के आधार पर स्पर्श करेगा, उदाहरण के लिए, कौन सी फसलें और उन्हें कब उगाएं, अपने खेत में विभिन्न उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के साथ अपनी उपज कैसे उगाएं.
देश के गांवों मे घूमेगा रथ
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, यह देश में इस तरह की पहली पहल है और आने वाले महीनों में, रथ भारत के गांवों में घूमेगा और हर स्थान पर 3-4 दिन बिताएगा. नरेंद्र तोमर ने कहा, 'इस पहल से भारत में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों के उपयोग से अच्छा करने में मदद मिलेगी. ग्वालियर पहला स्थान है, जहां यह प्रदर्शनी लगाई गई है और आने वाले दिनों में यह पूरे देश में पहुंचेगी.' इस बीच, नरेंद्र सिंह ने पुणे स्थित द इको फैक्ट्री फाउंडेशन (टीईएफएफ) टीम को भी बधाई दी, जो ग्वालियर में प्रदर्शनी केंद्र की स्थापना के पीछे मुख्य इकाई है.
इनपुट - आईएएनएस