दिल्ली/भोपाल। प्रदेश की सियासत में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के एक बयान से सियासी घमासान मच गया है. दिग्विजय सिंह आरोप लगाया है कि बीजेपी के कुछ नेता कांग्रेस विधायकों को 25 से 30 करोड़ रुपए का लालच देकर तोड़ने में जुटे हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'बीजेपी के नेता कह रहे है कि 5 करोड़ अभी ले लो. दूसरी किस्त राज्यसभा में और तीसरी किस्त सरकार गिराने के बाद मिल जाएगी'. लेकिन मैं उन्हें सचेत करना चाहता हूं कि, ये कर्नाटक नहीं है, मध्य प्रदेश में कांग्रेस का एक भी विधायक बिकाऊ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि, एक तरफ जहां जांच एजेंसी सीबीआई, ईडी, आईटी कांग्रेस की चुनी हुई, सरकारों के यहां छापा डाल रही है, तो वहीं करोड़ों रुपये बाटंने का वादा हो रहा है. बीजेपी इस मसले पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं.
शिवराज और नरोत्तम में चल रही जुगलबंदी
दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो बिना तथ्यों के कभी भी आरोप नहीं लगाते. शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा में पहले सीएम पद को लेकर विवाद था. लेकिन अब दोनों में तय हुआ है कि, एक सीएम और दूसरा डिप्टी सीएम. हालांकि ये मुंगेरी लाल के सपने की तरह है. दोनों मिलकर कांग्रेस के विधायकों को फोन कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, जनता के सामने इन सबको खड़ा किया जाएगा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि, बीजेपी के नेता अपनी इन हरकतों से बाज आएं. पांच साल तक के लिए विपक्ष में बैठे और फिर जब हम मैदान में आएंगे तब देखेंगे. दिग्वजिय सिंह ने कहा कि, 8 से 10 विधायकों के पास ऑफर गए हैं, हमारे विधायकों ने हमे इस बात की सूचना दी है.