भोपाल/धार। भारूड़पुरा में कारम नदी पर बन रहे डैम का कार्य पिछले 4 साल से चल रहा है. लेकिन शुक्रवार के दिन पानी का रिसाव होने के बाद से इलाके में हडकंप मच गया. सूचना के बाद कलेक्टर, एसपी, समेत विभाग के कई अधिकारी और इंजीनियरों की टीम के साथ कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी मौके पर पहुंचे. बांध में मरम्मत का काम शुरू करवाया गया. मगर इस बीच रिपेयर के काम में खराब मौसम से बाधा आ रही है. साथ ही बांध के टूट का खतरा मंडरा रहा है. लिहाजा सरकार ने फैसला किया है कि अब बांध के वॉल्व को खोल दिया जाए. साथ ही मौके पर और आस पास के गांव के लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं. एयरफोर्स की टीम भी हाई अलर्ट पर है. NDRF की टीम और SDERF धार को लोगों के राहत और बचाव के लिए लगाया गया है. 2 हेलिकॉप्टर के साथ आर्मी की 1 कंपनी स्टैंडबाय पर है.
इधर आगरा-मुंबई नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है. प्रशासन की टीम ने आसपास के 11 गावों को भी खाली करा दिया है. 6 गावों में अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कह दिया गया है. कांग्रेस विधायक पंचूलाल मीणा डैम निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए हैं. इस मामले मे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने डैम की जांच कराने की बात कही है. (Karam River Dam water Leakage) (Dam Repair Work Continues)
युद्धस्तर पर जारी मरम्मत का काम : कारम नदी परियोजना के लिए इसका इसका निर्माण कार्य 4 साल से काम चल रहा है. नदी पर बनाए जा रहे डैम की लागत 304.44 करोड़ की बताई जा रही है, लेकिन निर्माण पूरा होने से पहले ही डैम से पानी का रिसाव होने लगा है. यह रिसाव कच्ची मिट्टी वाले हिस्सा में हो रहा है.
-इंदौर के साथ भोपाल से विशेषज्ञों की टीम भी डैम पर पहुंच गई है. मरम्मत का काम तेजी से किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक डैम के गेट खोलकर कुछ पानी निकालने की तैयारी की जा रही है.
- अधिकारियों ने आशंका जताई है कि, अगले कुछ घंटों में अगर बारिश होती है तो हालात बिगड़ सकते हैं.
- डैम का निरीक्षण करने के बाद प्रशासन के अधिकारियों ने कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगांव व हनुमंतिया गांव में प्रशासन की टीम को तैनात कर दिया है. 11 गावों को खाली करा लिया गया है. 6 गांवों में अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा गया है.
- डैम का पानी जिस नदी में जाएगा उस पर आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे-3 (AB रोड) का पुल है. पुल पर फिलहाल ट्रैफिक रोक दिया गया है (Karam River Dam Dhar) (Mumbai Agra Highway Closed)
नुकसान हुआ तो बड़ी आबादी होगी प्रभावित:
- वर्ष-2018 में शुरू हुआ था डैम का निर्माण कार्य
- डैम की लागत 304.44 करोड़
- डैम पूरी तरह बन जाने के बाद 52 गांवों में 10500 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी.
- बांध में शुक्रवार दोपहर से ही रिसाव शुरू हो गया था.
- प्रशासन की टीम मौके पर है.
- 11 गांवों के लोगों को किया गया अलर्ट
- रिसाव अगर और बढ़ता है तो पानी गांवों तक पहुंच जाएगा.
- आसपास के रास्ते भी डूब जाएंगे.
- डैम का जल संग्रहण क्षेत्र 183.83 वर्ग किमी है.
- बांध की लंबाई 564 मीटर और चौड़ाई 6 मीटर है.
- जल भरण क्षमता करीब 43-98 मीट्रिक घन मीटर रखी जाएगी.
- इंदौर से 78 किमी दूर ट्रैफिक रोका.
- खलघाट से इंदौर रोड पर कई किमी लंबा लगा जाम.
- हादसा होने पर बड़ी आबादी होगी प्रभावित.
- लगभग 40 हजार की आबादी है आसपास के गांव और हाईवे के किनारे
कांग्रेस का सरकार पर निशाना: डैम में हो रहे लीकेज को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि स्थानीय स्तर पर इस नवनिर्मित डैम को लेकर लंबे समय से शिकायतें की जा रही थी. इसके बाद भी जिम्मेदारों द्वारा अनदेखी की गई. इसका नतीजा आज सबके सामने है. कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि इस डैम के लीकेज से पैदा हुए संकट को देखते हुए जनहानि रोकने के तमाम उपाय किए जाएं.(Karam River Dam water Leakage) (Dam Repair Work Continues) (Karam River Dam Dhar) (Mumbai Agra Highway Closed)
निर्माण में घटिया सामग्री का आरोप: धरमपुरी विधायक पांचीलाल मीड़ा भी मौके पर पहुंच गए. ग्रामीणों से चर्चा कर सभी को सुरक्षित स्थानों पर जाने काे कहा. मीड़ा ने कहा डैम निर्माण में घटिया सामग्री लगाई गई. काली मिट्टी का भराव करने के बाद ठीक से दबाई नहीं गई. ग्रामीणों काे मुआवजा संबंधित समस्या और निर्माण काे लेकर कई बार मुद्दा उठाया था, लेकिन जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया. विधायक का आरोप है कि वे भ्रष्टाचार करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने काे लेकर इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे.