भोपाल। 2022 तक सीएम राइज स्कूलों के पहले फेज़ में कुछ स्कूलों को बनकर तैयार होना था, लेकिन अभी भी इसके डिजाइन पर ही चर्चा चल रही है. इसी को लेकर भोपाल में देश भर के आर्किटेक्ट के साथ एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे. फिलहाल यह स्कूल कब तक बनकर तैयार होंगे, इस पर अभी भी कोई निर्णय नहीं हुआ है.
प्रदेश में 9200 स्कूल खोलने का सपना
जून 2021 में शिवराज कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित कर प्रदेश में 9200 सीएम राइज स्कूल खोलने को मंजूरी दी थी और आने वाले एक से तीन साल के बीच इनके बनने का सिलसिला भी शुरू हो जाना था. लेकिन अभी तक इसके डिजाइन पर ही चर्चा हो रही है, जिसके चलते सीएम राइज स्कूल खोलने का सपना, सपना ही नजर आ रहा है.
इस विषय पर कार्यशाला आयोजित
सीएम राइज योजना के तहत निर्माण हो रहे स्कूलों के सर्व सुविधायुक्त भवन निर्माण के लिए चयनित आर्किटेक्ट की 'इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट' विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला में आयोजित हुई, जिसमें देशभर के पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (EPCO) के इंपैनल्ड चयनित आर्किटेक्ट ने भाग लिया. प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने कार्यशाला में सहभागिता कर रहे सभी अर्चिटेक्ट्स से सीएम राइज योजना की अवधारणा और मुख्यमंत्री चौहान के विज़न अनुरूप सर्वसुविधायुक्त और सर्व संसाधन सम्पन्न विद्यालय भवनों के डिज़ाइन तैयार करने का आग्रह किया.
ऐसा हो विद्यालय भवनों का डिज़ाइन
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने कहा कि, विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर विद्यालय भवनों के डिज़ाइन तैयार किया जाना चाहिए. डिज़ाइन ऐसे हो जो भविष्योन्मुखी हों, उन डिज़ाइन्स पर बनने वाले विद्यालय भवन आगामी 50-100 वर्षों तक मजबूती से खड़े रहें. यह भवन अध्ययन-अध्यापन की एकाग्रता में सहायक होने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी उपयुक्त रहें. प्रभारी आयुक्त लोक शिक्षण एवं संचालक राज्य शिक्षा केंद्र, धनराज एस ने सीएम राइज योजना की अवधारणा और वांछित परिणामों के बारे में जानकारी दी. कार्यशाला में आर्किटेक्ट ने स्कूलों की डिजाइन, बिल्डिंग मटेरियल, फर्नीचर, क्वालिटी और रेट, क्लासरूम डेमो, ड्राइंग और निर्माण की समय सीमा सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी की.
सीएम राइज स्कूल खोलने का उद्देश्य
बता दें कि शिवराज सरकार ने 9200 सीएम राइज स्कूल खोलने की योजना बनाई है. इन स्कूलों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना है, इसके लिए प्रदेश में चार स्तरों पर जिला, विकासखंड, संकुल और ग्रामों के समूह स्तरों पर यह स्कूल खोलने प्रस्तावित है. जिला स्तर पर 52, विकासखंड स्तर पर 261, संकुल स्तर पर 3200 और ग्रामों में 5686 स्कूल खोलने का प्रस्ताव है.